Former Prime Minister Chandrashekhar: देश की सियासत में कई नेता हुए जिन्होनें प्रधानमंत्री का पद संभाला. आज आपको एक ऐसे ही नेता के बारे में बताएंगे जिन्होंने कभी न तो किसी राज्य सरकार में और न ही केंद्र में मंत्री पद संभाला, लेकिन सीधे देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे. यह शख्सियत थे चंद्रशेखर, जिन्हें उनके साहसी और विद्रोही स्वभाव के कारण ‘युवा तुर्क’ के नाम से जाना जाता है.
समाजवादी सोच से राजनीति में पहचान
चंद्रशेखर ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई की और पढ़ाई के समय से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे. उन्होंने समाजवादी विचारधारा को अपनाया और धीरे-धीरे समाजवादी आंदोलन के प्रमुख चेहरा बनकर उभरे. बलिया से वे आठ बार सांसद चुने गए और देश के राजनीतिक विमर्श में अहम भूमिका निभाते रहे.
बिना मंत्री बने बन गए प्रधानमंत्री
1989 के लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. कांग्रेस बोफोर्स घोटाले से घिरी थी, लेकिन वह सबसे बड़ी पार्टी बनी रही. भाजपा और वाम दलों ने मिलकर विश्वनाथ प्रताप सिंह को समर्थन देकर प्रधानमंत्री बना दिया। पर जल्द ही भाजपा ने राम मंदिर आंदोलन के कारण सरकार से समर्थन वापस ले लिया.
चंद्रशेखर ने इसी दौरान 64 सांसदों के साथ जनता दल से अलग होकर ‘समाजवादी जनता पार्टी’ बनाई और कांग्रेस ने उन्हें बाहरी समर्थन देकर प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ किया. इस तरह चंद्रशेखर बिना किसी मंत्री पद पर रहे सीधे प्रधानमंत्री बनने वाले दुर्लभ नेताओं में शुमार हो गए.