Ghaziabad Illegal Embassy: गाजियाबाद में एक अवैध दूतावास चलाने वाला हर्षवर्धन जैन खुद को वेस्ट आर्कटिका, सबोरगा, पोल्विया, लोदोनिया जैसे देशों का काउंसलर/राजदूत बताता था और डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी गाड़ियों में घूमता था. मजे की बात है कि ये सभी देश दुनिया में है ही नहीं. अपर पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने बताया, ‘‘हर्षवर्धन, कविनगर में किराए पर मकान लेकर अवैध रूप से पश्चिम आर्कटिक का दूतावास संचालित कर रहा था और वह खुद को पश्चिम आर्कटिक, सेबोर्गा, पुलविया, लोडोनिया का राजदूत बताता था. वह कई फर्जी नंबर प्लेट लगी गाड़ियों का इस्तेमाल करता था.’’
हर्षवर्धन राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ अपनी फर्जी तस्वीरों का करता था इस्तेमाल
एसटीएफ ने कहा, ‘‘लोगों को गुमराह करने के लिए हर्षवर्धन प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ अपनी तस्वीरों का भी इस्तेमाल करता था. इन तस्वीरों को उसने छेड़छाड़ कर तैयार किया था.’’
#WATCH | Noida unit of UP STF busted an illegal embassy running in Ghaziabad and arrested Harsh Vardhan Jain, who was running an illegal West Arctic Embassy by taking a rented house in Kavinagar calling himself Consul/Ambassador of countries like West Arctica, Saborga, Poulvia,… pic.twitter.com/BX6vaTLESJ
— ANI (@ANI) July 23, 2025
शेल कंपनियों के माध्यम से हवाला गिरोह संचालित करता था ठग हर्षवर्धन
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि जैन का मुख्य काम कंपनियों और व्यक्तियों को बाहर के देशों में काम दिलाने के नाम पर दलाली करना और शेल कंपनियों के माध्यम से हवाला गिरोह संचालित करना था. एसटीएफ ने कहा, ‘‘पूछताछ में पता चला कि हर्षवर्धन का पूर्व में चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी (अंतरराष्ट्रीय हथियार सौदागर) से भी संपर्क था. इससे पूर्व, 2011 में हर्षवर्धन से अवैध सैटेलाइट फोन भी बरामद हुआ था जिसका मुकदमा थाना कविनगर में दर्ज है.’’
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हर्षवर्धन के कब्जे से लग्जरी गाड़ियां, राजनयिक पासपोर्ट और 44 लाख से अधिक बरामद
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से ‘डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट’ (विदेशी दूतावासों, वाणिज्य दूतावासों के वाहनों पर उपयोग होने वाली) वाली चार गाड़ियां, दो देशों के 12 राजनयिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मुहर लगे कूटरचित दस्तावेज, कूटरचित दो पैन कार्ड, विभिन्न देशों और कंपनियों की 34 मुहरें, दो कूटरचित प्रेस कार्ड, 44.70 लाख रुपये नकदी, कई देशों की विदेशी मुद्राएं और कंपनियों के दस्तावेज और 18 ‘डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट’ बरामद किए हैं.
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