Haridwar Stampede: रविवार को हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर उस समय भगदड़ मच गई जब किसी ने करंट फैलने की अफवाह फैला दी. इससे अफरा-तफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे. हादसे के बाद मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया. संकरी सीढ़ियों पर मची भगदड़ में 12 साल के बच्चे समेत कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए.
मनसा देवी हादसे में कुल 8 लोगों की मौत
अधिकारियों के अनुसार, हादसा सुबह करीब 9 बजे हुआ जब यह अफवाह फैली कि मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हाई वोल्टेज तार गिर गया है. मनसा देवी मंदिर उत्तराखंड के सबसे व्यस्त तीर्थ स्थलों में से एक है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, किसी ने अफवाह फैलाई कि मंदिर के रास्ते पर बिजली का तार गिर गया है, जिससे भीड़ में अफरा-तफरी मच गई. बाद में अधिकारियों ने बताया कि दो और लोगों की मौत हो गई है. इस तरह कुल आठ श्रद्धालुओं की जान चली गई. पहले 6 लोगों की जान जाने की खबर आई थी.
बिहार–यूपी के लोग मृतकों में शामिल
राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि घायलों में से 13 लोगों को इलाज के लिए ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) रेफर किया गया है. हादसे में जान गंवाने वालों में उत्तर प्रदेश के अरुष (12), विशाल (19), राम भरोसे (65), विक्की सैनी (18), वकील शांति देवी, बिहार के शकल देव (18) और उत्तराखंड के विपिन सैनी (18) शामिल हैं. कुछ मृतकों के नाम और उम्र की पुष्टि नहीं हो सकी है.
मनसा देवी हादसे का वीडियो क्लिप्स आया सामने
मनसा देवी हादसे का वीडियो क्लिप्स सामने आया है. इसमें दिखा कि शिवालिक पहाड़ियों पर स्थित मंदिर तक जाने वाले 1.5 किमी लंबे रास्ते पर भारी भीड़ एक-दूसरे से सटी हुई थी. चश्मदीदों के मुताबिक वहां चलने तक की जगह नहीं थी. तभी करंट फैलने की अफवाह फैली और लोग एक-दूसरे को धक्का देने लगे जिससे भगदड़ मच गई.
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एक चश्मदीद ने बताया, “इस रास्ते पर बहुत कम जगह है. यही रास्ता चढ़ाई और उतराई दोनों के लिए इस्तेमाल होता है. वहां बहुत धक्का-मुक्की हो रही थी. कोई करंट नहीं था, ये सिर्फ अफवाह थी. लोग एक-दूसरे पर कूदने लगे, कुछ तो दीवार के पार भी छलांग लगा गए.” बिहार के निवासी एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, “किसी तरह मैं बच गया. हमारे परिवार के पांच लोग बिछुड़ गए थे. तीन मिल गए हैं, दो को अब भी ढूंढ रहे हैं.”