INDIA Alliance Meeting: ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक के बाद शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, “हमने प्रधानमंत्री को जो पत्र लिखा है, उस पर 16 राजनीतिक दलों के हस्ताक्षर हैं. यह कोई सामान्य पत्र नहीं है. विपक्ष जनता की आवाज़ है. हम चाहते हैं कि देश में अब तक जो कुछ भी हुआ है, उस पर चर्चा के लिए विशेष सत्र बुलाया जाए. अगर राष्ट्रपति ट्रंप के सुझाव पर युद्ध विराम बुलाया गया था, तो विपक्ष के बार-बार अनुरोध के बाद भी विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाया जा सकता? क्या हमें विशेष सत्र के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के पास जाना चाहिए?.”
#WATCH | Delhi: After the meeting of the INDIA alliance, Shiv Sena (UBT) MP Sanjay Raut says, "There are signatures of 16 political parties on the letter that we have written to the Prime Minister. This is not a normal letter. The opposition is the voice of the public. We want a… pic.twitter.com/74AzQuYbni
— ANI (@ANI) June 3, 2025
पीएम को लिखे पत्र में इन पार्टियों के हस्ताक्षर, आप का नाम शामिल नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में 16 पार्टियों के नेताओं के हस्ताक्षर हैं, लेकिन उसमें आम आदमी पार्टी शामिल नहीं है. हस्ताक्षर करने वाली पार्टियों में कांग्रेस, सपा, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, शिवसेना (उबाठा), राजद, नेशनल कांफ्रेंस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी(आरएसपी), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), भाकपा (माले) लिबरेशन, केरल कांग्रेस, वीसीके और एमडीएमके के नेता शामिल हैं. इस पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले नेताओं में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रमुख हैं.
डेरेक ओ ब्रायन ने बताया आप ने क्यों नहीं किया हस्ताक्षर
प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखने वाले राजनीतिक दलों की सूची में आप का नाम नहीं होने के बारे में पूछे जाने पर टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “हमारी समझ यह है कि कल शाम 6 बजे तक आम आदमी पार्टी उसी मुद्दे, उसी भावना और समान सामग्री पर प्रधानमंत्री को विशेष सत्र की मांग करते हुए पत्र लिख चुकी होगी.”
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कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने संसद सत्र बुलाने की मांग की
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन के 16 राजनीतिक दलों ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए. पहलगाम आतंकवादी हमले तथा भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान, सभी विपक्षी दल हमारे सशस्त्र बलों और भारत सरकार के समर्थन में खड़े थे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब अमेरिका ने संघर्षविराम की घोषणा की, तो हमने मांग की कि संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाए ताकि सभी दल हमारे सशस्त्र बलों को धन्यवाद दे सकें तथा सरकार बिंदुवार अपनी बात रखे.’’ हुड्डा ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से लेकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और अमेरिका द्वारा संघर्ष विराम का ऐलान किये जाने तक पर विभिन्न विषयों पर संसद में चर्चा होनी चाहिए.
भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर ट्रंप ने दी थी जानकारी
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. भारतीय सशस्त्र बलों ने 6 मई की देर रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कई आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था. इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष हुआ और 10 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘संघर्षविराम’ की घोषणा की. हालांकि भारत ने स्पष्ट किया कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं थी और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) द्वारा अनुरोध किये जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकी गई है.