Indian Railway: भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में रेल नेटवर्क का विस्तार एक ऐतिहासिक कदम साबित हो रहा है. अब इस कड़ी में मिजोरम का नाम भी जुड़ गया है, जहां भारतीय रेलवे ने सैरंग से बैरबी तक एक नई रेल लाइन का निर्माण पूरा कर लिया है. यह लाइन न केवल इस क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा होगी, बल्कि यह पर्यटकों को भी एक अद्भुत अनुभव देने वाली है.
प्राकृतिक सौंदर्य और एडवेंचर से भरपूर रेल यात्रा
इस रेल मार्ग की कुल लंबाई लगभग 51 किलोमीटर है, लेकिन इसमें जितनी सुरंगें और पुल शामिल हैं, वह इसे विशेष बनाते हैं. इस रूट पर 32 टनल और 87 ब्रिज और अंडरपास हैं, जो सफर को रोमांचक बना देते हैं. खास बात यह है कि इस लाइन पर एक पुल कुतुब मीनार से 42 मीटर ऊँचा है, जिससे गुजरते हुए यात्रियों को हवा में उड़ती ट्रेन का एहसास होगा.
आइजोल बनेगी चौथी रेल से जुड़ी पूर्वोत्तर की राजधानी
मिजोरम की राजधानी आइजोल, जो सैरंग से लगभग 21 किलोमीटर दूर है. अब रेल नेटवर्क से जुड़ने जा रही है. इससे पहले अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और मणिपुर की राजधानियाँ रेल नेटवर्क से जुड़ चुकी हैं. अब आइजोल पूर्वोत्तर की चौथी राजधानी बन जाएगी जो रेलवे से कनेक्ट होगी.
दिल्ली से यात्रा होगी आसान और सस्ती
रेल कनेक्टिविटी के बाद दिल्ली समेत देश के अन्य हिस्सों से मिजोरम की राजधानी आइजोल तक सफर करना बेहद आसान हो जाएगा. इससे हवाई यात्रा की तुलना में सफर सस्ता और सुलभ होगा, जिससे आम लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
इस रेल प्रोजेक्ट से मिजोरम के सुंदर प्राकृतिक स्थलों और सांस्कृतिक विरासत तक पहुंच अब और आसान हो जाएगी. पर्यटकों के लिए यह सफर एक यादगार अनुभव बन सकता है. इसके साथ ही, इस रेल रूट का भविष्य में म्यांमार सीमा तक विस्तार करने की योजना है, जिससे सीमा पार व्यापार और क्षेत्रीय एकता को मजबूती मिलेगी.