International Day of Yoga: केंद्रीय आयुष मंत्रालय 14 जून 2025 को विज्ञान भवन में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) से पूर्व ‘योग कनेक्ट’, एक हाइब्रिड वैश्विक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. इस शिखर सम्मेलन में भारत और विदेशों के योग गुरु, नीति निर्माता, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, शोधकर्ता और विश्व के प्रभावशाली व्यक्ति शामिल होंगे. कार्यक्रम का समन्वय योग के क्षेत्र में शीर्ष शोध निकाय, केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीसीआरवाईएन) द्वारा किया जा रहा है. बहरीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और दक्षिण कोरिया सहित चार से अधिक देशों के विशेषज्ञ शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. प्रत्येक योग, स्वास्थ्य सेवा, अनुसंधान या कल्याण के अपने-अपने क्षेत्रों में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति है, जो भारत के योग आंदोलन के वैश्विक महत्व को उजागर करता है.
एक हजार से ज्यादा प्रतिभागी होंगे शामिल
शिखर सम्मेलन का एक प्रमुख आकर्षण ‘योग प्रभाव’ रिपोर्ट का विमोचन होगा. पिछले एक दशक में आईडीवाई के प्रभाव का आकलन करने वाला सीसीआरवाईएन द्वारा किया गया एक राष्ट्रव्यापी अध्ययन है. यह रिपोर्ट की प्रासंगिकता शिक्षाविदो, शोधकर्ताओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि यह देश भर में आईडीवाई पहलों की पहुंच, प्रभावशीलता और परिवर्तनकारी प्रभाव के बारे में जरूरी जानकारी प्रदान करेगी. शिखर सम्मेलन में 1,000 से अधिक व्यक्तिगत प्रतिभागी और दुनिया भर के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय योग संस्थानों और कल्याण समुदायों के वर्चुअल प्रतिभागी शामिल होंगे. शिखर सम्मेलन का एक प्रमुख आकर्षण ‘योग प्रभाव’ रिपोर्ट का विमोचन होगा, यह एक राष्ट्रव्यापी अध्ययन है, जो पिछले दशक में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रभाव का आकलन करता है. इस पूर्व सत्र में मुख्य रूप से गैर-संचारी रोगों की रोकथाम के लिए योग, सामान्य योग प्रोटोकॉल और आईडीवाई के प्रभाव के आकलन पर अध्ययन करना, सभी के लिए योग का दृष्टिकोण, योग और उसके अनुप्रयोग और योग एवं महिलाओं का स्वास्थ्य शामिल होगा.
शिखर सम्मेलन का महत्व
‘योग कनेक्ट’ योग के भविष्य को आकार देने वाले लोगों को एक साथ लाने का एक अवसर है. यह भारत के वैश्विक योग आंदोलन के 10 वर्षों का प्रतीक है, जिसकी शुरुआत 2014 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किए जाने के साथ हुई थी. यूनेस्को ने भी योग को दुनिया को भारत का उपहार माना है. इस तरह के आयोजनों के माध्यम से, भारत स्वास्थ्य, संतुलन और एकता के संदेश को दुनिया के साथ साझा करना जारी रखता है.