23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Nisar Mission: नासा-इसरो का निसार मिशन आज होगा लॉन्च, धरती पर हर बदलाव पर रखेगा पैनी नजर

Nisar Mission: इसरो और नासा का संयुक्त मिशन निसार आज लॉन्च होने जा रहा है. इसरो GSLV-F16 रॉकेट की मदद से उपग्रह को सूर्य-समकालिक ध्रुवीय कक्षा में भेजा जाएगा. इस मिशन के तहत एकत्रित डेटा सभी के लिए निशुल्क और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करवाया जाएगा.

Nisar Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और नासा का संयुक्त मिशन निसार आज (30 जुलाई) लॉन्च होने जा रहा है. श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शाम के 5 बजकर 30 मिनट पर इस मिशन को लॉन्च किया जाएगा. इस मिशन के लिए इसरो के GSLV-F16 रॉकेट का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस रॉकेट की मदद से उपग्रह को सूर्य-समकालिक ध्रुवीय कक्षा में भेजा जाएगा.

मिशन के तहत एकत्रित डेटा निशुल्क और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करवाया जाएगा

आपको बता दें कि यह पहली बार होगा जब NASA और ISRO संयुक्त रूप से एक ऐसा उपग्रह अंतरिक्ष में भेज रहे हैं जो पूरी धरती पर नजर बनाए रखेगा. अमेरिका के चैपमैन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रमेश सिंह और बीएचयू के भूभौतिकी विभाग के डॉ. अश्वनी राजू इस मिशन के सदस्यों की सूची में शामिल हैं. राजू ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस मिशन के तहत एकत्रित डेटा सभी के लिए निशुल्क और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करवाया जाएगा.

सूर्य-समकालिक ऑर्बिट क्या है?

सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट एक ऐसी कक्षा होती है जिसमें उपग्रह जब भी पृथ्वी के किसी खास इलाके से गुजरता है, तो हर बार वहां सूरज की रोशनी की दिशा और स्थिति लगभग एक जैसी रहती है. इस कक्षा से सैटेलाइट को लगातार समान रोशनी में एक जैसे फोटो और डेटा लेने में मदद मिलती है.

इस मिशन के लिए नासा ने एल-बैंड तकनीक और इसरो ने एस-बैंड तकनीक का संयुक्त इस्तेमाल किया जा रहा है. ये दोनों मिलकर निसार सैटेलाइट को बेहद ताकतवर बनाते हैं, जिससे यह बड़ी मात्रा में सटीक डेटा इकट्ठा कर सकेगा. इसरो द्वारा साझा जानकारी के मुताबिक यह उपग्रह 12 दिनों तक पूरे पृथ्वी को स्कैन करेगा. यह दिन-रात, प्रत्येक मौसम में उच्च रिज़ॉल्यूशन वाला डेटा देने की क्षमता रखता है. यह उपग्रह इतना ताकतवर है कि इसकी मदद से पृथ्वी की सतह पर होने वाली छोटी से छोटी गतिविधि की पहचान करना संभव है. GSLV-F16 रॉकेट इस उपग्रह को 743 किलोमीटर ऊंचे सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट में स्थापित करेगा. इसका झुकाव 98.40 डिग्री होगा. धरती की निगरानी रखने वाला यह पहला उपग्रह है.

यह भी पढ़े: Russia Earthquake Video: भूकंप के झटके से हिलने लगीं इमारतें, डरावने वीडियो वायरल | Russia Earthquake Video Buildings shaking Watch

Neha Kumari
Neha Kumari
प्रभात खबर डिजिटल के जरिए मैंने पत्रकारिता की दुनिया में पहला कदम रखा है. यहां मैं एक इंटर्न के तौर पर काम करते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से जुड़े विषयों पर कंटेंट राइटिंग के बारे में सीख रही हूं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel