Jagdeep Dhankhar Resigns: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है. इस्तीफे को राष्ट्रपति द्रौपदी ने मंजूरी भी दे दी है. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा सौंपा था. लेकिन विपक्षी पार्टियां धनखड़ के इस्तीफे की टाइमिंग पर लगातार सवाल उठा रहे हैं और अलग-अलग कयास आशंकाएं लगा रहे हैं. इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने धनखड़ के इस्तीफे को लेकर बड़ा दावा किया है.
इस्तीफे की आकस्मिकता चौंकाने वाली
ANI से बात करते हुए हरीश रावत ने कहा कि इस्तीफे की आकस्मिकता न सिर्फ चौंकाती है, बल्कि बहुत गहरी बात भी कहती है, क्योंकि इस्तीफे के तुरंत बाद ही कई नामों की चर्चा होने लगी, जिनमें ज्यादातर नाम बिहार के चुनाव को प्रभावित करते हैं.
इस्तीफे का स्पष्टीकरण सिर्फ पीएम मोदी और धनखड़
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि धनखड़ की त्यागपत्र की जो आकस्मिकता है और जो समय का चयन है वो दोनों कई कहानियां, कई बातें कहती हैं और क्या कारण है इस इस्तीफे के पीछे वो बहुत गहरा है और उस गहराई का स्पष्टीकरण केवल पीएम मोदी या जगदीप धनखड़ दे सकते हैं. उसके बाद तत्काल नाम में चलने लगे उन नामों में अधिकांश नाम वो हैं जो किसी न किसी रूप में बिहार चुनाव को प्रभावित करते हैं.
व्यक्ति विशेष के कारण असहज हो रहा बिहार में बीजेपी गठबंधन
हरीश रावत ने दावा किया कि बिहार में बीजेपी का जो गठबंधन है वो एक व्यक्ति विशेष के कारण असहज हो रहा है. उसी को अकोमडेट करने के लिए धनखड़ को को संकेत दिया गया कि महाराज की बहुत हो गया, अब आप उतर जाइए. ऐसा इसलिए क्योंकि इस्तीफे की स्टाइल वही है, जिसमें संदेश आता है और बीजेपी में इस्तीफा हो जाता है.