Jagdeep Dhankhar Resigns as Vice President: उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मॉनसून सत्र के पहले दिन देर शाम उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा सौंप दिया. उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के आधार पर स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र सौंप दिया. धनखड़ के अचानक उठाए इस कदम से विपक्षी पार्टियां सकते में आ गई है. कांग्रेस पार्टी मुखर होकर इस्तीफे पर सवाल उठा रही है. कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि इस्तीफे के पीछे स्वास्थ्य कारणों की बजाय और कोई गहरा कारण हो सकता है.
जयराम रमेश के दावे ने फैलाई सनसनी
राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने मंगलवार को X पर पोस्ट शेयर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सोमवार को दोपहर 12:30 बजे जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति (BAC) बुलाई थी. इस दौरान दन के नेता जेपी नड्डा और मंत्री किरेन रिजिजू समेत ज्यादातर सदस्य मौजूद थे. लेकिन थोड़ी देर की बातचीत के बाद समिति की अगली बैठक शाम 4:30 बजे निर्धारित की गई.
नड्डा और रिजिजू बैठक में नहीं पहुंचे
जब शाम 4:30 बजे दोबारा मीटिंग हुई, तो बैठक के लिए समिति के सदस्य इकट्ठा हुए. हालांकि, इस बैठक में जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू का नहीं आए. खास बात यह है कि जगदीप धनखड़ को नहीं बताया गया था कि दोनों मंत्री बैठक में क्यों शामिल नहीं हुए. ऐसे में उन्हें इस बात का बुरा लगा और मीटिंग को अगले दिन यानी आज दोपहर 1 बजे तक टाल दिया.
त्यागपत्र के पीछे कोई और वजह
जयराम रमेश ने दावा किया कि दोपहर 1 बजे से लेकर शाम 4:30 बजे के बीच जरूर कोई गंभीर बातचीत हुई है. यही वजह है कि जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू ने जानबूझकर शाम की बैठक में हिस्सा नहीं लिया. रमेश ने आगे कहा कि भले ही उन्होंने स्वास्थ्य कारणों की वजह से इस्तीफा दिया है, लेकिन त्यागपत्र के पीछे कोई और वजह है.