Kolkata Case: कोलकाता के लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ हुए कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच जारी है. इसी बीच घटना को दूसरे दृष्टिकोण से समझने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया था. टीम ने अब जांच की रिपोर्ट तैयार कर ली है और उसे भाजपा अध्यक्ष को सौंप दिया गया है. यह समिति 30 जून को मामले की जांच के लिए कोलकाता के दौरे पर निकली थी.
25 जून को साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में कथित रूप से एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. इस घटना की रिपोर्ट 27 जून को दर्ज कराई गई थी. कोलकाता पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें एक पूर्व और दो मौजूदा छात्र शामिल हैं.
यह रिपोर्ट पश्चिम बंगाल में अराजकता की स्थिति को उजागर करती है – जेपी नड्डा
जेपी नड्डा ने तैयार किए गए इस रिपोर्ट को पश्चिम बंगाल सरकार की लापरवाही का सबूत बताया है. उन्होंने कहा है, “यह रिपोर्ट पश्चिम बंगाल में अराजकता की पूरी स्थिति और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति राज्य सरकार की चिंताजनक असंवेदनशीलता को उजागर करती है. संदेशखली से लेकर आरजी कर अस्पताल और अब यह, पैटर्न वही है जिसमें चुप्पी, निष्क्रियता और आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है.”
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ने तैयार की है रिपोर्ट
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने फैक्ट फाइंडिंग टीम में चार सदस्यों को नियुक्त किया था. इस समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह और मीनाक्षी लेखी के साथ सांसद बिप्लाब देब और मनन कुमार मिश्रा शामिल हैं. यह चार सदस्यीय टीम 30 जून को कोलकाता के लिए रवाना हुई थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आपराधिक घटनाओं में शामिल व्यक्ति के कॉलेज परिसर में प्रवेश के ऊपर सवाल खड़े किए थे. समिति के सदस्य सतपाल सिंह ने राज्य सरकार के सदस्यों द्वारा दिए गए बयानों की भी आलोचना की थी.
कॉलेज के बाहर हुआ था विरोध प्रदर्शन
फैक्ट फाइंडिंग टीम को कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही थी. पुलिस के साथ हुए लंबे बहस के बाद टीम कॉलेज परिसर में घुस पाई थी. इसी दौरान भाजपा समर्थक और कई संगठनों के लोगों ने कॉलेज के बाहर बड़ा प्रदर्शन किया था. कॉलेज अधिकारियों और पश्चिम बंगाल सरकार के विरोध में नारे लगाए गए थे.