Kunal Kamra Row : उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ‘कॉमेडियन’ कुणाल कामरा की टिप्पणी पर कहा,’’ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. हम व्यंग्य को समझते हैं, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए. यह किसी के खिलाफ बोलने के लिए ‘सुपारी’ लेने जैसा है.’’ उन्हाेंने कहा, ‘’सामने वाले व्यक्ति को भी एक निश्चित स्तर बनाए रखना चाहिए, अन्यथा क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.‘’ कुणाल कामरा ने अपने स्टैंड-अप शो का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह शिंदे सहित अन्य लोगों पर कटाक्ष कर रहे थे. इसके बाद शिंदे की युवा सेना के सदस्यों ने उस स्टूडियो में तोड़फोड़ की, जहां कार्यक्रम की शूटिंग की गई थी.
मराठी समाचार चैनल से बात करते हुए शिंदे ने कामरा पर आरोप लगाया कि वे किसी ऐसे व्यक्ति की ओर से बोल रहे हैं जिसका एजेंडा कुछ और ही है. शिंदे ने कहा, “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है, लेकिन इसका दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए. कई लेखक व्यंग्य करते हैं, लेकिन आज जो हुआ वह अनैतिकता, अनैतिक व्यवहार और पैसे के लिए किया गया काम था.”
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पहले भी कई लोगों का मजाक उड़ा चुके हैं कामरा: एकनाथ शिंदे
शिंदे ने कहा, “इसी व्यक्ति ने पहले भी मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री निर्मला सीतारमण और देश के प्रमुख उद्योगपतियों का मजाक उड़ाया. वह पत्रकारों से भिड़ चुका है और यहां तक कि एयरलाइंस ने भी उस पर प्रतिबंध लगा दिया. यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है. यह किसी ऐसे व्यक्ति की ओर से बोलना है जिसका एजेंडा कुछ और ही है. मैंने पूरे दिन इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है और न ही करूंगा.”
शिवसेना समर्थकों के तोड़–फोड़ पर क्या बोले शिंदे
अपने समर्थकों द्वारा किए गए तोड़–फोड़ पर शिंदे ने जोर देकर कहा कि वे ऐसी हरकतों का समर्थन नहीं करते. उन्होंने कहा, “हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है. मेरे पास अपार धैर्य है और मैं कभी किसी पर प्रतिक्रिया नहीं करता. काम पर ध्यान केंद्रित करना और लोगों को न्याय दिलाना – यही वह चीज है जिसने हमें सफलता दिलाई है.”