Kunal Kamra Row : कॉमेडियन कुणाल कामरा के हालिया स्टैंडअप एक्ट ‘नया भारत’ के बाद विवाद पैदा हो गया है. शिवसेना कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का जिक्र करने के लिए उन्हें ‘देशद्रोही’ कहा है. सोशल मीडिया पर एक्ट का वीडियो वायरल हुआ. इसके तुरंत बाद, शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के खार इलाके में हैबिटेट कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ की यहां कॉमेडियन ने परफॉर्म किया था. इस साल की शुरुआत में भी यह जगह तब सुर्खियों में आई थी, जब पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया ने ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ शो की शूटिंग के दौरान अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.
पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया द्वारा माता-पिता के बारे में की गई टिप्पणी के बाद विवाद शुरू हुआ, जिसके कारण पुलिस कार्रवाई भी की गई. अल्लाहबादिया, समय रैना और शो में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की गईं. शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़फोड़ के बाद, हैबिटेट ने सोमवार को एक बयान जारी किया. इसमें दावा किया गया कि वे पॉजिटिव टॉक का समर्थन करते हैं और कलाकारों को केवल एक जगह देते हैं.
हैबिटेट कॉमेडी क्लब का आया रिएक्शन
हैबिटेट ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर एक पोस्ट शेयर किया. इसमें उसने कहा, “हम असहमति को दूर करने के लिए बातचीत का आग्रह करते हैं. तोड़फोड़ करने से क्छ हासिल नहीं होगा. हम किसी भी तरह के आक्रोश या नुकसान का समर्थन नहीं करते हैं. हिंसा का तरीका छोड़ बातचीत से समस्या का हल निकालना बेहतर होगा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि कामरा द्वारा शिंदे के खिलाफ कटाक्ष सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिवसेना कार्यकर्ता होटल में पहुंचे. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने भी एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए इसे “कुणाल का कमाल” शीर्षक दिया.
यह भी पढ़ें : Meerut Murder: मुस्कान और साहिल की हिमाचल प्रदेश के कसोल में अजीब थी एक्टिविटी! होटल में भी बोला था झूठ
हैबिटेट बंद हो गया
हैबिटेट ने अपने बयान में कहा कि वह इस तरह की घटनाओं से स्तब्ध है. हम हाल ही में हमें निशाना बनाकर की गई बर्बरता की घटनाओं से हम बेहद टूट चुके हैं. कलाकार अपने विचार देते हैं. वह इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं. हम कभी भी किसी कलाकार द्वारा प्रस्तुत किए गए कंटेंट में शामिल नहीं रहे हैं. हमें हर बार दोषी ठहराया जाता है और निशाना बनाया जाता है जैसे कि हम कलाकार के प्रतिनिधि हों.” बयान में कहा गया है, “हम तब तक काम बंद कर रहे हैं जब तक हम खुद को सुरक्षित नहीं पाते. इसके लिए हम कुछ तरीका खोज रहे हैं.’’