Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर देश भर में बांग्ला भाषी लोगों को परेशान करने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने की नीति पर चलने का आरोप लगाया. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उसने इस तरह की कार्रवाइयों पर तत्काल रोक नहीं लगाई तो उसे गंभीर राजनीतिक परिणाम भुगतने होंगे.
#WATCH | Kolkata | Addressing a public rally, West Bengal CM Mamata Banerjee says, "… we will fight inch by inch…"
— ANI (@ANI) July 16, 2025
"Was 'Jana, Gana, Mana' not recited by a Bengali?… They are calling Bengalis as Rohingyas and Bangladeshis. They should be ashamed. Who controls the border?… pic.twitter.com/9gM1CoDAd4
इंच-इंच होगी लड़ाई: ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने कहा, बंगालियों के प्रति केंद्र और भाजपा के रवैये से मैं शर्मिंदा एवं निराश हूं. उन्होंने कहा, अगर भाजपा बांग्ला भाषी लोगों का उत्पीड़न करने की कोशिश करती है, तो उसका इंच-दर-इंच मुकाबला किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बंगाल के लगभग 22 लाख प्रवासी कामगार देश के अन्य हिस्सों में काम कर रहे हैं, जिनके पास आधार, ईपीआईसी और पैन कार्ड जैसे वैध पहचान पत्र हैं. उन्होंने पूछा,‘‘भाजपा को बंगालियों को इस तरह परेशान करने, उन्हें गिरफ्तार करने और उन्हें जबरन बांग्लादेश वापस भेजने का क्या अधिकार है? क्या पश्चिम बंगाल भारत का हिस्सा नहीं है?’’
वोटर सूची से नाम हटाए जाने पर भड़कीं ममता बनर्जी
वोटर लिस्ट से वोटरों के नाम हटाए जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “वे बंगालियों को रोहिंग्या और बांग्लादेशी कह रहे हैं. उन्हें शर्म आनी चाहिए. सीमा पर किसका नियंत्रण है? बीएसएफ किसके पास है? गृह मंत्री कौन है? सीआईएसएफ और सीआरपीएफ का प्रबंधन कौन करता है? अगर कोई हवाई जहाज से आता है, तो केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इसकी जानकारी होती है… चुनाव नजदीक आते ही वे नाम हटा रहे हैं. चुनाव आयोग है, और हम उसका सम्मान करते हैं. लेकिन अगर कोई भाजपा के लिए काम करता है, तो हम उसे जाने नहीं देंगे. उन्होंने बिहार में 30.5 लाख मतदाताओं को हटा दिया. इसी तरह उन्होंने महाराष्ट्र और दिल्ली में जीत हासिल की. वे बिहार के लिए भी यही योजना बना रहे हैं. वे बंगाल में भी ऐसा ही करना चाहते हैं, लेकिन हम इंच-इंच लड़ेंगे.”
क्या पश्चिम बंगाल भारत में नहीं है?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “क्या पश्चिम बंगाल भारत में नहीं है? क्या यह देश का हिस्सा नहीं है? कई राज्य ऐसे हैं जहां केवल एक ही भाषा बोली जाती है. इसका मतलब यह नहीं है कि उन लोगों को जेल में डाल दिया जाए. जब महाराष्ट्र से हिंदी भाषियों को निकाला गया, तो हमने सबसे पहले आवाज उठाई थी… हम यहां रहने वाले विभिन्न राज्यों के सभी लोगों का सम्मान करते हैं, चाहे वे मजदूर हों, व्यापारी हों, दुकानदार हों, फेरीवाले हों या कर्मचारी हों. हम उन पर कभी हमला नहीं करेंगे क्योंकि वे हमारा और हमारे देश का हिस्सा हैं. हम उनसे प्यार करते हैं. हम हर भाषा का सम्मान करते हैं.”