Nagpur Violence: औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर बीते दिनों नागपुर में हुई हिंसा मामले में मास्टरमाइंड फहीम समेत 6 आरोपियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो गया है. अब इस मामले में एक नया फैक्ट सामने आ रहा है. नागपुर हिंसा का बांग्लादेश कनेक्शन सामने आ रहा है. एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक साइबर सेल ने बांग्लादेश से ऑपरेट होने वाले ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट की पहचान की है जिसने नागपुर में बड़े पैमाने पर दंगे भड़काने की धमकी दी थी. रिपोर्ट के मुताबिक पोस्ट में लिखा था बीते दिनों के दंगे तो सिर्फ एक छोटी घटना थी, भविष्य में और बड़े दंगे होंगे. साइबर सेल इस फेसबुक अकाउंट की जांच में जुटी है. अभी तक की जांच में पता चला है कि यह अकाउंट बांग्लादेश का है.
पुलिस ने गठित की 18 विशेष टीमें
महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हुई हिंसा के आरोपियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने 18 विशेष टीम गठित की हैं. सोमवार को हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 69 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने 200 आरोपियों की पहचान कर ली है और सीसीटीवी फुटेज से अन्य संदिग्धों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं. सोमवार को गणेशपेठ और कोतवाली पुलिस थानों में पांच एफआईआर दर्ज की गई, जिनमें 200 लोग नामजद हैं. अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से हिंसा में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं.
मास्टरमाइंड फहीम खान गिरफ्तार
नागपुर हिंसा मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए 69 लोगों में माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता फहीम खान भी शामिल हैं. फहीम पर आरोप है कि उसने नागपुर पुलिस थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन का कथित तौर पर नेतृत्व भी किया था. पुलिस ने अपने FIR में कहा है कि खान के नेतृत्व में 50 से 60 लोगों का एक ग्रुप बीते सोमवार को गणेशपेठ पुलिस थाने के बाहर अवैध रूप से इकट्ठा हुआ और एक दिन पहले हुए विश्व हिंदू परिषद के विरोध प्रदर्शन के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा. इसके बाद खान और आठ अन्य लोग भालदारपुरा इलाके में पहुंचे जहां शिवाजी महाराज चौक के पास अल्पसंख्यक समुदाय के 500 से 600 लोग इकट्ठा हुए थे. एक अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
नागपुर के कई हिस्सों से हटाया गया कर्फ्यू
नागपुर में हिंसा के तीन दिन बाद यानी गुरुवार को कुछ इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया. कहीं कहीं उसमें ढील दी गई है. हिंसक झड़प के बाद कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था.
कांग्रेस ने बनाई समिति
नागपुर हिंसा मामले को लेकर कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए गुरुवार को पार्टी नेताओं की एक समिति गठित की. नागपुर के कई हिस्सों से अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजी नगर जिले में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन के दौरान आयत वाली एक चादर जलाई गई है. इस घटना के बाद हिंसा भड़की गई थी. दोनों पक्षों की ओर से पथराव किया गया था.