Odisha Girl Set Fire: पुरी में नाबालिग के साथ हैवानियत पर दुखी ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को कहा था कि पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजा जाएगा. मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, “पीड़िता को सर्वोत्तम उपचार के लिए विमान से दिल्ली के एम्स में ले जाया गया है. राज्य सरकार इसके लिए सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करेगी. मैं भगवान जगन्नाथ से लड़की के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”
पीड़िता को एयरपोर्ट पहुंचाने के लिए बनाया गया था ग्रीन कॉरिडोर
भुवनेश्वर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जगमोहन मीणा ने बताया कि मरीज को एम्स भुवनेश्वर से बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया और पुलिस बल की एक प्लाटून तैनात की गई थी. भुवनेश्वर ट्रैफिक डीसीपी तपन कुमार मोहंती ने बताया कि एम्बुलेंस एम्स भुवनेश्वर से मरीज को लेकर 10 से 12 मिनट में हवाई अड्डे पहुंच गई. उन्होंने कहा कि उसे एक विशेष मेडिकल टीम के साथ उन्नत उपकरणों से लैस एक एम्बुलेंस में ले जाया गया.
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70 प्रतिशत तक झुलस गई है लड़की
एम्स भुवनेश्वर के ‘बर्न सेंटर’ विभाग के प्रमुख संजय गिरि ने बताया था कि नाबालिग लड़की 70 प्रतिशत तक झुलस गई और उसे कृत्रिम तरीके से ऑक्सीजन दी जा रही थी. ‘‘मरीज की हालत स्थिर है और उसका रक्तचाप, जो कल कम था, अब उसमें सुधार हुआ है. उसे अस्पताल में स्थानांतरित करना सुरक्षित है.’’
जांच के लिए घटना स्थल पर पहुंची पुलिस
इधर ओडिशा पुलिस जांच में जुट गई है. रविवार को पुलिस की टीम घटना स्थल पर पहुंची, जहां पर नाबालिग को आरोपियों ने पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया था. पुलिस के अनुसार, जांच में पता चला है कि मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात युवकों ने लड़की को रोका, उसे जबरन भार्गवी नदी के किनारे ले गए और उस पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी. पुलिस ने बताया कि लड़की को आग लगाने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए. इसने बताया कि स्थानीय लोग आग बुझाकर उसे पिपिली सरकारी अस्पताल ले गए जहां से उसे एम्स भुवनेश्वर भेज दिया गया था.