Om Birla Mussoorie Visit: 12 जून 2025 को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के मसूरी दौरे के दौरान प्रोटोकॉल उल्लंघन का मामला सामने आया है. आरोप है कि देहरादून के जिलाधिकारी साविन बंसल ने न केवल निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया, बल्कि अध्यक्ष कार्यालय के फोन कॉल और निर्देशों को भी नजरअंदाज किया. अब यह मामला तूल पकड़ चुका है और लोकसभा सचिवालय एवं कार्मिक मंत्रालय ने उत्तराखंड सरकार से इस पर जवाब मांगा है.
क्या है पूरा मामला?
लोकसभा सचिवालय और कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय की ओर से उत्तराखंड सरकार को लिखी गई चिट्ठियों में बताया गया कि स्पीकर के दौरे के दौरान जिलाधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन फोन नहीं उठाया गया और संपर्क में असहयोग दिखाया गया. इसके बाद स्पीकर कार्यालय को मुख्यमंत्री कार्यालय के माध्यम से डीएम से संपर्क करना पड़ा.
डीएम साविन बंसल कौन हैं?
साविन बंसल, वर्ष 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। उन्होंने NIT कुरुक्षेत्र से बीटेक किया है और यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से रिस्क डिजास्टर में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. वे अल्मोड़ा और नैनीताल जिलों के डीएम भी रह चुके हैं. उनकी कार्यशैली को लेकर पहले भी प्रशंसा मिलती रही है. वर्ष 2021 में उन्हें यूके कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप के लिए भी चुना गया था, जिसमें भारत से अकेले वही अफसर चयनित हुए थे.
अब आगे क्या?
इस मामले में डीएम साविन बंसल से स्पष्ट और विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. अगर राज्य सरकार को उनका जवाब संतोषजनक नहीं लगता है, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.