Omar Abdullah : जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी (आप) के एकमात्र विधायक मेहराज मलिक ने शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) नीत सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा की. मलिक द्वारा समर्थन वापस लेने से सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के पास स्वयं बहुमत है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार में 90 सीटों वाली विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस के 42 विधायक और कांग्रेस के छह विधायक हैं. इसके अलावा सरकार को पांच निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है.
विधायक मेहराज मलिक ने क्या लिखा सोशल मीडिया पर
आम आदमी पार्टी के विधायक ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ मैं, डोडा से विधायक मेहराज मलिक, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस लेता हूं. यह निर्णय जम्मू-कश्मीर के मेरे लोगों के सर्वोत्तम हित में लिया गया है, जिनका विश्वास और कल्याण हमेशा मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी.’’
नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 सीट मिली थी चुनाव में
जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद हुए विधानसभा चुनाव में INDIA गठबंधन ने 49 सीटों पर जीत दर्ज की. नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42, कांग्रेस को 6 और CPI(M) को 1 सीट मिली. सरकार बनाने के लिए 46 सीटों का बहुमत जरूरी है, जो गठबंधन के पास है. वहीं भाजपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में 29 सीटें जीतीं, जो पिछले चुनाव से 4 ज्यादा रही. हालांकि पार्टी अध्यक्ष रविंदर रैना नौशेरा सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस उम्मीदवार से करीब 8 हजार वोटों से हार गए.
आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज की
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज की. डोडा सीट से मेहराज मलिक ने भाजपा उम्मीदवार गजय सिंह राणा को 4500 से ज्यादा वोटों से हराया. पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को एक सीट मिली, जबकि 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते. अफजल गुरु के भाई ऐजाज गुरु को सिर्फ 129 वोट चुनाव में मिले. पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP ने 3 सीटें जीती. पिछले चुनाव में पार्टी को 28 सीटें प्राप्त हुईं थीं. पहली बार चुनाव लड़ रहीं महबूबा की बेटी इल्तिजा मुफ्ती श्रीगुफवारा बिजबेहरा सीट से लगभग 9 हजार से ज्यादा वोटों से हार गईं.