Panchayati Raj: केंद्र सरकार पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए कई स्तर पर काम कर रही है. पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए उनके राजस्व को बढ़ाने की दिशा में भी कदम उठाया जा रहा है. केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय की कोशिश आर्थिक तौर पर पंचायतों को सशक्त बनाने की है. इस कड़ी में सोमवार को ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर प्रोग्राम ऑन जनरेशन ऑफ ऑन सोर्स रिवेन्यू बाय ग्राम पंचायत का आयोजन किया गया. यह आयोजन केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन(आईआईपीए) की ओर से किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने आत्मनिर्भर पंचायत बनाने के विजन और पंचायतों के खुद राजस्व जुटाने के तरीके पर कहा कि ऐसा करना संभव है.
पंचायतें खुद राजस्व जुटाकर और बेहतर तरीके से प्रबंधन कर सकती है. इससे पंचायतों के प्रति आम लोगों की सोच बदलेगी और संस्थागत मजबूती आएगी. साथ ही पंचायत स्तर पर एक मजबूत नेतृत्व पैदा होगा. इस कार्यक्रम में आईआईएम अहमदाबाद के शिक्षक, 16 राज्यों के नामांकित मास्टर ट्रेनर के अलावा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत मंत्रालय तीन दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन आईआईएम अहमदाबाद के सहयोग से कर रहा है. इस आयोजन का मकसद पंचायतों को वित्तीय तौर पर सशक्त बनाना है ताकि वे विकास के काम को खुद अंजाम दे सके.
जिला स्तर पर भी ट्रेनिंग अभियान चलाने की है तैयारी
मंत्रालय पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए राज्य और जिला स्तर पर ट्रेनिंग फॉर ट्रेनर अभियान चलाने की तैयारी कर रही है. इसका मकसद पंचायत को सशक्त बनाने के लिए तय रणनीति को जमीन पर उतारना है. ट्रेनिंग फॉर ट्रेनर कार्यक्रम से प्रशिक्षित पंचायत प्रतिनिधि अपने राज्यों में पंचायतों को आर्थिक तौर पर सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की तय रणनीति को लागू करने का काम करेंगे. इसके लिए आईआईएम अहमदाबाद रिसर्च पर आधारित और जमीनी हकीकत वाले ट्रेनिंग मॉड्यूल बना रहा है. केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय के सचिव ने कार्यक्रम में आये प्रतिनिधियों से ट्रेनिंग प्रोग्राम से मिली सीख को पंचायत स्तर पर लागू करने की अपील की. मंत्रालय राज्य और जिला स्तर पर ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाने के लिए फ्रेमवर्क बनाने का काम कर रहा है और इसे जल्द ही चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा.
उम्मीद है कि इससे पंचायत वित्तीय तौर पर सशक्त, जवाबदेह और विकास के काम को तेजी से करने में सफल होंगे. इस मौके पर आईआईएम के प्रोफेसर रंजन कुमार घोष ने कहा कि पंचायतों को वित्तीय तौर पर सशक्त बनाने के लिए मंत्रालय कोशिश कर रहा है. पंचायतों को स्थानीय स्तर पर गवर्नेंस बेहतर करने के लिए स्थानीय जरूरत के हिसाब से विकास कार्य करने का मौका मिलेगा. कई राज्यों में पंचायतों के अध्ययन से यह बात सामने आयी है कि वित्तीय तौर पर सशक्त पंचायतों ने विकास को नयी दिशा देने का काम किया है.