Parliament Monsoon Session : गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस पर करारा प्रहार किया. गृह मंत्री के बाद डीएमके सांसद कनिमोझी ने अपनी बात रखी और मोदी सरकार से सवाल किया. कनिमोझी के बाद सपा सांसद अखिलेश यादव ने सरकार पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना के अदम्य साहस पर गर्व है. लेकिन पहलगाम में दिखा कि लापरवाही की वजह से आतंकवादी हमला हुआ. लोग सरकार के भरोसे पहलगाम गए थे. वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे.
कांग्रेस सरकार के दौरान आतंकवादी क्यों भागे, राहुल दें जवाब: शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “वे कल कह रहे थे कि अपराधी पाकिस्तान भाग गए। वे चाहते थे कि हम जिम्मेदारी लें। ‘हमारी तो सेना ने ठोक दिया’… लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं… कांग्रेस सरकार के दौरान बड़ी संख्या में आतंकवादी भाग गए… उन्होंने हमसे सवाल पूछे, और सुरक्षा बलों ने जवाब दिए… अब, राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए कि कांग्रेस सरकार के दौरान आतंकवादी क्यों भाग गए…”
कनिमोझी ने गृह मंत्री पर आरोप लगाया कि वे सिर्फ दूसरों को दोष दे रहे हैं
लोकसभा में डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि बीजेपी ने पहली बार विपक्ष पर भरोसा दिखाया और विदेश गए प्रतिनिधिमंडल में विपक्ष को शामिल किया, जिसके लिए वे सरकार की सराहना करती हैं. लेकिन उन्होंने पूछा कि ऐसी स्थिति क्यों आई क्योंकि देश में शांति भंग हो गई थी. उन्होंने गृह मंत्री पर आरोप लगाया कि वे सिर्फ दूसरों को दोष दे रहे हैं, जबकि बीजेपी तीसरी बार सत्ता में है. कनिमोझी ने कहा कि जनता सर्वोपरि है और सरकार की जवाबदेही जरूरी है. उन्होंने मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए आतंकी हमले गिनाते हुए कहा कि हर बार सरकार कहती है कि अब ऐसा नहीं होगा, लेकिन फिर होता है. उन्होंने पूछा कि इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा और क्या यही विश्वगुरु का रूप है.
पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम पर अमित शाह ने कसा तंज
गृह मंत्री शाह ने कहा कि पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सवाल उठाया कि क्या सबूत है कि आतंकवादी पाकिस्तानी थे, मैं चिदंबरम से कहना चाहता हूं कि हमारे पास सबूत है कि तीनों पाकिस्तानी थे. चिदंबरम ने अपने बयान से पाकिस्तान को क्लीन चिट दी, पाकिस्तान को बचाने का षड्यंत्र देश देख रहा है. सिंधू जल संधि कांग्रेस सरकार का ‘ब्लंडर’ था, मोदी सरकार ने इसे स्थगित किया. यदि पीओके का अस्तित्व है तो वह पंडित जवाहरलाल नेहरू के कारण है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि पहलगाम में धर्म पूछकर मारा गया. इसकी मैं घोर निंदा करता हूं. सैन्यबलों को कार्रवाई की पूरी छूट दी गई थी. सेना ने आतंकी ठिकानों को चूर-चूर किया. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई. उसी दिन वे श्रीनगर रवाना हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23-24 अप्रैल को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक की, जिसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करने का फैसला लिया गया, जिसे उन्होंने कांग्रेस की बड़ी गलती बताया. शाह ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि आतंकियों और उन्हें ट्रेनिंग देने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा.हमें अपनी सेना के अदम्य साहस पर गर्व है
पाकिस्तान कांग्रेस की गलती का नतीजा : अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा कि अमेरिका ने भारत को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता देने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन नेहरू जी ने यह कहकर मना कर दिया कि इससे चीन जैसे बड़े देश को बुरा लगेगा. उन्होंने पूछा कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन के साथ क्या समझौता (MOU) किया था, यह भी तो बताया जाए. शाह ने कहा कि जब डोकलाम में भारतीय सैनिक चीन के सामने डटे थे, तब राहुल गांधी चीनी राजदूत से चुपचाप मिल रहे थे. उन्होंने तंज कसा कि गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों से चीन प्रेम खत्म नहीं हो रहा. साथ ही कहा कि पाकिस्तान भी कांग्रेस की गलती (ब्लंडर) का नतीजा है. शाह ने कहा कि अगर कांग्रेस ने विभाजन (पार्टिशन) न माना होता तो पाकिस्तान का अस्तित्व ही न होता.
हमने जब आतंकी ठिकानों पर हमला किया : शाह
शाह ने बताया कि 7 मई को दोपहर 1:26 बजे ऑपरेशन पूरा हुआ और भारत के सैन्य अधिकारियों ने पाकिस्तान को सूचना दे दी. उन्होंने कहा कि अब भारत चुप नहीं बैठता, जैसा मनमोहन सिंह के समय होता था. हमने जब आतंकी ठिकानों पर हमला किया, तो पाकिस्तान को लगा कि भारत ने उस पर हमला कर दिया यह उनकी भूल थी. 8 मई को पाकिस्तान ने जवाबी हमला किया, लेकिन हमारी सेना सतर्क थी, कोई मिसाइल अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी. ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब कर दिया कि वह एक आतंकवादी समर्थक देश है.
हमारी सेना ने आतंकियों को एक-एक कर मार गिराया: शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों में मोहम्मद यूसुफ अजहर, मोहम्मद जमील जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं. उन्होंने संसद में उन आतंकियों के नाम भी गिनाए और कहा कि विपक्ष कल पूछ रहा था कि पहलगाम हमले के दोषियों का क्या हुआ तो ये वही हैं, जिनमें से आठ ने पहले कांग्रेस सरकार के समय आतंक फैलाया था. हमारी सेना ने इन्हें एक-एक कर मार गिराया है. शाह ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जो कहा, वही पूरी तरह सही है. मैं उसमें कुछ नहीं जोड़ सकता.इस ऑपरेशन में करीब सौ आतंकी मारे गए.
नजरिया चश्मे जैसा होता है…जैसा पहनो, वैसा दिखेगा : अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि अगर किसी को प्रधानमंत्री मोदी का बयान चुनावी भाषण लगता है, तो उसकी सोच पर सवाल उठता है. उन्होंने कहा कि नजरिया चश्मे जैसा होता है…जैसा पहनो, वैसा दिखेगा. 30 अप्रैल को पीएम मोदी ने सीसीएस बैठक में सेना को पूर्ण ऑपरेशनल फ्रीडम दी. इसके बाद 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए गए. यह संयमित लेकिन सटीक हमला था, जिसमें एक भी नागरिक नहीं मारा गया, सिर्फ आतंकी मारे गए. शाह ने हमले में निशाने पर आए कैंपों के नाम गिनाए और बताया कि इस बार भारत ने 100 किलोमीटर भीतर घुसकर कार्रवाई की.
पर्यटकों की हत्या करने वाले तीनों आतंकी मारे गए
गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में ऑपरेशन महादेव का भी जिक्र किया. शाह ने कहा कि सुलेमान मारा गया है जो लश्कर का आतंकी था. बैसरन घाटी में जिन्होंने आतंकी घटना को अंजाम दिया वो तीनों मारे गए. शाह ने कहा कि बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या में शामिल तीनों आतंकियों को भी मार गिराया गया है. शाह ने बताया कि 22 मई को खुफिया एजेंसी आईबी को दाछीगाम क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की ह्युमन इंटेल से सूचना मिली. इस जानकारी की पुष्टि के लिए 22 मई से 22 जुलाई तक लगातार प्रयास किए गए. सेना के जवान ऊंचाई पर सिग्नल पाने के लिए घूमते रहे. आखिरकार 22 जुलाई को सेंसर के माध्यम से आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई, जिसके बाद पुलिस और सेना ने मिलकर आतंकियों को घेरने की कार्रवाई शुरू की.
आतंकियों के पास से हथियार भी बरामद, बोले अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन को अंजाम दिया. इसके लिए उनकी तारीफ की जानी चाहिए. आतंकी सुलेमान, जिबरान और अफजाल को मार गिराया गया. आतंकियों के पास से तीन राइफलें बरामद हुईं, जिनमें एम9 अमेरिकन राइफल और दो एके-47 शामिल हैं. बरामद राइफलों में वही हथियार भी शामिल है जिसका इस्तेमाल पहलगाम हमले में किया गया था. यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है.
विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) किए जाने का विरोध करते हुए मंगलवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया. संसद के ‘मकर द्वार’ के निकट हुए इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, झारखंड मुक्ति मोर्चा और अन्य दलों के सांसद शामिल हुए. विपक्षी सांसदों ने ‘एसआईआर वापस लो’ और ‘लोकतंत्र की हत्या बंद करो’ के नारे लगाए. विपक्ष के सांसदों का कहना है कि इस विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए.
राज्यसभा में जोरदार हंगामा
बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को राज्यसभा की बैठक शुरू होने के पंद्रह मिनट बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
पहलगाम हमले के बाद हमने ठोस संदेश दिया : एस जयशंकर
इससे पहले सोमवार को चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद हमने ठोस संदेश दिया. हमें पाकिस्तान को कड़ा जवाब देना था. 10 मई को हमें पता लगा कि पाकिस्तान सीजफायर के लिए तैयार है, तो हमने कहा कि ये निवेदन पाकिस्तान की ओर से किया जायेगा. इसे लेकर अमेरिका से कोई कॉल नहीं आयी. पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच 22 अप्रैल से 17 जून के बीच कोई बात नहीं हुई.
केवल तीन देशों ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया : एस जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा 23 अप्रैल को हमने बैठक में सिंधु जल समझौता रोका. अटारी चेक पोस्ट को बंद किया गया था. पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा गया. पाकिस्तान के रक्षा प्रतिनिधि को पाकिस्तान के दूतावास से वापस भेजा गया. पहलगाम हमले के बाद हमने वैश्विक समुदाय को पाकिस्तान के आतंकवाद के बारे में बताया. हम आतंकवाद को किसी प्रकार से स्वीकार नहीं करेंगे. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की. परिषद ने कहा था कि आतंकी घटना को अंजाम देने वालों को उचित दंड दिया जाये. संयुक्त राष्ट्र में शामिल 193 देशों में से केवल तीन देशों ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया.
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पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच क्यों : ओवैसी
एआइएमआइएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते हैं. आपने व्यापार बंद कर दिया है, तो आप पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच क्यों खेल रहे हैं? यह बेहद निंदनीय है. कांग्रेस सांसद सप्तागिरि शंकर उलाका ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद पीएम विदेश दौर से बीच में वापस आये. हमें लगा था कि वे पहलगाम जायेंगे, लेकिन वे बिहार चले गये. यह निंदनीय है. भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि अब भारत डोजियर नहीं…डोज देगा, ये नया भारत है.
हमने पाकिस्तान के घुटने टेकने के बाद हमले रोके : पांडा
भाजपा सांसद बैजयंत पांडा ने कहा कि हमने अमेरिकी दबाव में हमले नहीं रोके. हमने पाकिस्तान के घुटने टेकने के बाद हमले रोके. यह शर्म की बात है कि हमारे देश के कुछ लोग सेना और सरकार पर सवाल उठाते हैं. नेता प्रतिपक्ष ने सुरक्षा बलों की कभी सराहना नहीं की. शशि थरूर बहुत अच्छा बोलते हैं, लेकिन उनका पार्टी नेतृत्व उनको बोलने नहीं देता है. कांग्रेस सांसद प्रणीति सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक तमाशा था. कोई नहीं बता पाया कि कितने आतंकी पकड़े गये.
विपक्ष की टोकाटाकी पर बिफरे शाह
चर्चा के दौरान जब जयशंकर बोल रहे थे, तो विपक्ष के हंगामे पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब उनके स्पीकर बोल रहे थे, तो हम चुप थे. उनके असत्य को हम हलाहल समझकर पी रहे थे. अब उनमें सत्य सुनने की ताकत नहीं है. टोकाटोकी करना सबको आता है. अध्यक्ष को हमें संरक्षण देना चाहिए.