Parliament Operation Sindoor Debate: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष के हमले का सांसद संबित पात्रा ने करारा पलटवार किया है. उन्होंने विपक्षी नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ‘हमें बाहर से दुश्मन नहीं चाहिए, अंदर ही दुश्मन बैठा है’. पात्रा ने सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा आतंकी वारदात के बाद बालाकोट हवाई हमला और पहलगाम में आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर हुआ. लेकिन, अब पाकिस्तान की ओर से कोई हमला होगा तो तांडव होगा.
पाकिस्तान के विमर्श को आगे बढ़ाते हैं विपक्ष के नेता- संबित पात्रा
संबित पात्रा ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ऑपरेशन सिंदूर में सभी के सहयोग का दावा किया, लेकिन खुद नेता प्रतिपक्ष और उनकी पार्टी पाकिस्तान के विमर्श को आगे बढ़ाते हैं. पात्रा ने सवाल करते हुए कहा “ऐसा क्यों होता है कि भारत के टेलीविजन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिखाई देते हैं, जबकि पाकिस्तान के टेलीविजन में राहुल गांधी दिखते हैं?”
राहुल गांधी ने सरकार पर बोला हमला
इससे पहले ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिए भाषण पर सवाल उठाए, विदेश नीति पर सवाल उठाए. इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर कराने वाले दावे का मुद्दा भी उठाया. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से नहीं कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने झूठ बोला है. शायद ट्रंप ने 29 बार यह दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करवाई.
कूटनीतिक विफलता का लगाया आरोप
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी छवि बचाने के लिए सेना के इस्तेमाल का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री में इंदिरा गांधी का 50 फीसदी भी साहस है तो उन्हें यह बोलना चाहिए कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मध्यस्थता संबंधी दावा झूठा है. यही नहीं राहुल गांधी ने सरकार पर कूटनीतिक विफलता का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा “पहलगाम आतंकी हमले के पीछे का शख्स पाकिस्तानी जनरल आसिम मुनीर हैं. हाल ही में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दोपहर के भोज पर मुलाकात की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ नहीं कहा. पीएम मोदी ने यह नहीं कहा कि ट्रंप ने मुनीर को अपने कार्यालय में आमंत्रित करने की हिम्मत कैसे की?”