Period Leave: लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को पीरियड्स लीव देने का ऐलान किया है. पैरेंट ग्रुप ने काम करने वाली सभी महिलाओं को महीने में एक दिन का पीरियड्स लीव दिया जाएगा. उन्होंने गुरुवार को मुंबई स्थित पवई ऑफिस के कर्मचारियों के बीच इसका ऐलान किया है.
पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को ज्यादा देर तक बैठने या काम करने में काफी दिक्कतें आती हैं. ऐसे में महिलाओं की सुविधा के लिए लार्सन एंड टुब्रो कंपनी द्वारा यह कदम उठाया गया है. लार्सन एंड टुब्रो कंपनी में करीबन 60 हजार कर्मचारी कार्य करते हैं, जिनमें से 5000 महिला कर्मचारी हैं.
किन महिलाओं को मिलेगी यह सुविधा?
जानकारी के मुताबिक इस लीव का फायदा केवल लार्सन एंड टुब्रो कंपनी के मैन्यूफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग सेक्टर में काम कर रही महिलाओं को मिलेगा. बाकी सेक्टर जैसे बिजनेस और वर्टिकल के काम कर रही महिलाओं को घर से काम करने की सुविधा दी जाती है. इसलिए उन्हें इस लीव का फायदा नहीं मिलेगा.
किन-किन राज्यों में पीरियड्स लीव मिलती है?
पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को लीव देने वाला पहला राज्य बिहार है. यहां प्राइवेट और सरकारी दोनों ही सेक्टर में काम कर रही महिलाओं को एक दिन लीव देने का नियम है. पीरियड्स लीव की सुविधा 45 साल तक की महिलाओं को बिहार में मिलती है. ओडिशा में 2024 से प्रशासन द्वारा पीरियड्स लीव देने की घोषणा की गई. इसके अलावा केरल और सिक्किम की महिलाओं को भी पीरियड्स लीव की सुविधा दी जाती है.
90 घंटे तक काम करने के बयान ने मचाया था हंगामा
इससे पहले सुब्रह्मण्यन ने सप्ताह में 90 घंटों तक कार्य करने की बात कही थी. इसके अलावा घर पर बैठ पत्नी को देखने की जगह रविवार को भी काम पर आने को कहा था. साथ ही रविवार के दिन कर्मचारियों से काम न करवा पाने पर अफसोस तक जताया था. इनके इन सभी विवादित बयानों के बाद इन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा, जिसके बाद अचानक इनके द्वारा लीव देने की घोषणा ने फिर से इन्हें चर्चा में ला दिया है.