Pulwama Attack FATF Report: वैश्विक आतंकी वित्तपोषण निगरानी संस्था FATF (Financial Action Task Force) ने आतंकवादी फंडिंग को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में फरवरी 2019 के पुलवामा आतंकी हमले और अप्रैल 2022 के गोरखनाथ मंदिर हमले से जुड़ी नई जानकारियां साझा की गई हैं. FATF का कहना है कि इन हमलों में ई-कॉमर्स और ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग किया गया.
पुलवामा हमले में Amazon से खरीदा गया एल्यूमीनियम पाउडर
FATF की रिपोर्ट के अनुसार, पुलवामा हमले में इस्तेमाल किए गए IED (विस्फोटक उपकरण) का एक प्रमुख घटक एल्यूमीनियम पाउडर था, जिसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म Amazon से खरीदा गया था. यह सामग्री विस्फोट की तीव्रता बढ़ाने के लिए प्रयोग की गई. हमला जैश-ए-मोहम्मद (JeM) द्वारा रचा गया था, जिसमें 40 भारतीय जवान शहीद हुए थे.
गोरखनाथ मंदिर हमले में PayPal से हुई फंडिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, 3 अप्रैल 2022 को गोरखनाथ मंदिर (उत्तर प्रदेश) पर हुए हमले में शामिल आतंकी को PayPal के ज़रिए 669,841 रुपये (लगभग $7,685) की फंडिंग की गई. इसके अतिरिक्त, एक अन्य विदेशी स्रोत से 10,323.35 रुपये (लगभग $188) भी भेजे गए थे. आतंकी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए VPN सेवाओं का सहारा लिया.
FATF ने की ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स की भूमिका पर चिंता व्यक्त
FATF ने कहा है कि आतंकी अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन मार्केटप्लेस का उपयोग केवल सामान खरीदने के लिए नहीं, बल्कि व्यापार आधारित मनी लॉन्ड्रिंग योजनाओं के तहत फंड मूवमेंट के लिए भी कर रहे हैं. रिपोर्ट में EPOM (ई-कॉमर्स पेमेंट और ऑर्डर मैनेजमेंट) सिस्टम का जिक्र करते हुए कहा गया है कि इसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए किया जा सकता है.
अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले की FATF ने की निंदा
FATF ने हाल ही में अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है और कहा है कि इस तरह की घटनाएं वित्तीय सहायता के बिना संभव नहीं हैं. FATF अब अपने 200 सदस्य देशों और क्षेत्रों के सहयोग से आतंकी फंडिंग पर एक व्यापक विश्लेषण तैयार कर रहा है.