Puri Stampede : पुरी के श्री गुंडिचा मंदिर के पास हुई भगदड़ में तीन लोगों की मौत और 50 अन्य के घायल होने के एक दिन बाद सोमवार को हजारों श्रद्धालु भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए उमड़ पड़े. एक श्रद्धालु अनीता ने कहा, “हम पिछले दो दिनों से खुद को भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं, क्योंकि जब हम पहली बार यहां आए थे, तो भगवान ने हमें रथ पर सवार होकर दर्शन दिए थे. यहां बहुत भीड़ थी, लेकिन उसके बीच भी ऐसा लग रहा था कि वे हमारी रक्षा कर रहे हैं. रविवार सुबह भगदड़ के बाद हमारे परिवार के सदस्य चिंतित थे. हालांकि, हमें यहां कोई अव्यवस्था महसूस नहीं हो रही है. यहां सब कुछ अच्छा है और सभी लोग दयालु हैं. ऐसे सुंदर दृश्य देखकर हम बहुत धन्य हैं.”
#WATCH | Puri, Odisha: A devotee, Anita, says, "We have been feeling lucky for the last two days because when we first came here, the Lord gave us darshan on the chariot. There was a huge crowd, but even amidst that, it seemed like he was protecting us… After the stampede… https://t.co/CzKAZNjsic pic.twitter.com/NsBPv5uXUG
— ANI (@ANI) June 30, 2025
एक अन्य श्रद्धालु दीपक रावत ने कहा, “मैं यहां पहली बार आया हूं और भगवान जगन्नाथ ने मुझे रथ खींचने का अद्भुत अवसर दिया है. मैं भगवान जगन्नाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं ताकि वह सभी को ऐसे अवसर प्रदान कर सकें और सभी की मनोकामनाएं पूरी कर सकें.”
#WATCH | Puri, Odisha: Another devotee, Deepak Rawat, says, "I have come here for the first time and Lord Jagannath has given me a wonderful opportunity to pull the chariot. I want to thank Lord Jagannath so that he can provide such opportunities to everyone and fulfil everyone's… pic.twitter.com/5CyL781qmv
— ANI (@ANI) June 30, 2025
श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के श्री गुंडिचा मंदिर पहुंचे
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार की घटना के मद्देनजर श्री गुंडिचा मंदिर के सामने अवरोधक लगा दिए गए हैं. मंदिर के अंदर स्थित ‘अडापा मंडप’ (वह मंच जहां देवता बैठते हैं) में देवताओं के सुचारू दर्शन के लिए अलग-अलग कतारें बनाई गई हैं. अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) स्तर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी सौमेंद्र प्रियदर्शी ने कहा, ‘‘हम सतर्क हैं… भगवान की कृपा से सब कुछ सुचारू रूप से हो रहा है. श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के श्री गुंडिचा मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं.’’