Rahul Gandhi Attacks Jaishankar: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर की मुलाकात से जुड़ी खबर पर जोरदार हमला बोला है. राहुल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मुझे लगता है कि अब चीनी विदेश मंत्री आएंगे और प्रधानमंत्री मोदी को चीन-भारत संबंधों में हाल के घटनाक्रमों से अवगत कराएंगे. विदेश मंत्री अब भारत की विदेश नीति को नष्ट करने के उद्देश्य से एक पूरा सर्कस चला रहे हैं.’’
जयराम रमेश ने भी जयशंकर के चीन दौर पर उठाया सवाल
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने डॉ एस जयशंकर पर हमला करते हुए कहा, ‘‘14 जुलाई, 2025 को चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग के साथ अपनी बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत-चीन द्विपक्षीय संबंध “पिछले साल अक्टूबर में कजान में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद से लगातार सुधर रहे हैं”. उन्होंने कहा कि शायद विदेश मंत्री को याद दिलाना जरूरी है कि प्रधानमंत्री की राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई पिछली मुलाकात के बाद भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों में क्या-क्या घटनाक्रम हुए हैं. रमेश ने दावा किया कि चीन ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान को पूरा समर्थन दिया तथा पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन को नेटवर्क-केंद्रित युद्ध प्रणाली और जे-10सी लड़ाकू विमान, पीएल-15ई एयर-टू-एयर मिसाइल और ड्रोन जैसे हथियारों के लिए टेस्टिंग ग्राउंड की तरह इस्तेमाल किया.
पीएम मोदी चीन के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा कब करेंगे ?
कांग्रेस ने कहा, ‘‘भारतीय सेना के उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत ऑपरेशन सिंदूर में तीन दुश्मनों से लड़ा-जिनमें चीन भी शामिल था, जिसने पाकिस्तान को खुफिया जानकारी मुहैया कराई.’’ रमेश ने सवाल किया कि विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री, भारत की जनता को विश्वास में लेकर चीन के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा कब करेंगे ? उन्होंने कहा, “इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कांग्रेस पिछले पांच वर्षों से लगातार करती आ रही है. उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इस बार मानसून सत्र में इस पर चर्चा के लिए सहमत होंगे.”