Shashi Tharoor: शशि थरूर सोमवार को अपने डेलिगेशन टीम के साथ बार्जील पहुंचे . यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में यदि अमेरिका की भागीदारी रही होगी तो वह पाकिस्तान को समझाने और मानने में रही होगी. अमेरिका ने अगर सच में किसी को समझाया और मनाया होगा तो वह पाकिस्तान है. क्योंकि भारत को किसी को समझाने या मनाने की जरूरत नहीं है. भारत पहले भी साफ कर चुका है कि वह टकराव नहीं चाहता है. लेकिन देश के खिलाफ उठाए गए कदम का जवाब देने से भारत पीछे नहीं हटेगा.
‘पाकिस्तान को समझाया होगा, भारत को समझाने की जरूरत नहीं है’
शशि थरूर ने कहा कि ट्रंप भले ही दावा करते हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच सीजफायर में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन सच यह है कि भारत पहले ही साफ कर चुका था कि वह केवल शांति चाहता है. अगर अमेरिका ने किसी को मनाने की कोशिश की होगी, तो वह पाकिस्तान रहा होगा. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच परमाणु संकट रोका और व्यापार बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है.
भारत की प्राथमिकता शांति और विकास है
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका के राष्ट्रपति और उनके अधिकारियों का सम्मान करता है. लेकिन दोनों देशों की सोच हर मुद्दे पर एक जैसी सोच हो, यह जरूरी नहीं है. हमेशा से भारत की प्राथमिकता शांति और विकास रहा है. यही हमारा संदेश है. उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले दिन ही भारत ने यह साफ कर दिया था कि यह कोई युद्ध शुरू करने का कदम नहीं है, बल्कि आतंकियों के खिलाफ एक सीधी कार्रवाई है. यदि पाकिस्तान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी होती तो भारत आगे कुछ नहीं करता.
आमने-सामने आने वाले पाकिस्तान और भारत के प्रतिनिधिमंडल
शशि थरूर ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए बताया है कि उनकी टीम अभी अमेरिका में है और कल वह वॉशिंगटन जाएंगे. इस समय पाकिस्तान की भी डेलिगेशन टीम वहां मौजूद होगी. कल दोनों आमने-सामने आएंगे. ऐसे में मुकाबला करते प्रतिनिधिमंडलों का यह दल मीडिया और जनता दोनों का ध्यान खींचेगा.
यह भी पढ़े: ट्रंप सरकार के मंत्री का भारत प्रेम, कहा ‘मैं भारत का जबरा फैन हूं’, ट्रेड डील पर दिया बड़ा अपडेट