Surya Grahan: आने वाले दिनों में धरती में अंधेरा छाने वाला है. दिन में ही घुप्प अंधेरा हो जाएगा. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 2 अगस्त 2027 को धरती पर सूर्य ग्रहण होने वाला है. यह सूर्य ग्रहण बीते 100 सालों का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण है. इसमें पूरे छह मिनट के लिए सूर्य गायब हो जाएगा. कम से कम 10 देशों में दिन के वक्त में रात जैसा नजारा होगा. यह दुर्लभ सूर्य ग्रहण सिर्फ कुछ खास इलाकों में ही नजर आएगा. इसका पूर्ण ग्रहण पथ लगभग 275 किलोमीटर चौड़ा होगा. इसकी शुरुआत अटलांटिक महासागर से होगी. इसके बाद यह जिब्राल्टर जलडमरूमध्य, दक्षिणी स्पेन, उत्तरी अफ्रीका और अरब प्रायद्वीप तक फैल जाएगा.
दिन में हो जाएगी रात
ब्रिटिश अखबार मेट्रो की रिपोर्ट के मुताबिक सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा पूरी तरह धरती और सूर्य के बीच आ जाएगा. 6 मिनट 23 सेकंड तक धरती के कई हिस्सों से बिल्कुल भी दिखाई नहीं देगा. यह पूरी तरह से चंद्रमा के पीछे छिप जाएगा. सूर्य और धरती के बीच चंद्रमा के आने से धरती पर सूर्य की रौशनी आनी बंद हो जाएगी जिससे कुछ समय के लिए दिन में रात जैसा माहौल हो जाएगा. कई देशों में एक के बाद एक रात के जैसा नजारा बनता चला जाएगा. इससे दिन में आकाश में कुछ समय के लिए गुप अंधेरा छा जाएगा.
लगने वाला है सदी का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सूर्यग्रहण सदी का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण है. दुनिया के 10 से ज्यादा देशों में सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. लीबिया, मिस्र, सूडान, सऊदी अरब, यमन मोरक्को, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया और सोमालिया में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. ग्रहण की पूरी अवधि 6 मिनट 23 सेकंड की होगी. वैज्ञानिकों के मुताबिक यह ग्रहण 1991 से 2114 तक के बीच का सबसे लंबा पूर्ण सूर्यग्रहण होगा. हालांकि यह भारत से नहीं दिखाई देगा.
अगल-अलग समय में कई देशों में दिखेगा पूर्ण सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण सबसे पहले दक्षिणी स्पेन, जिब्राल्टर और मोरक्को में दिखाई देगा. इसके बाद यह अल्जीरिया, ट्यूनीशिया, लीबिया और मिस्र तक पहुंचेगा, जहां यह अपने चरम पर होगा. मिस्र के लक्सर के पास यह ग्रहण लगभग 6 मिनट तक पूर्ण रूप से अंधकार कर देगा. इसके बाद सऊदी अरब, यमन और सोमालिया अंधकार हो जाएगा. दिन में भी रात जैसा नजारा दिखाई देगा.