PM Modi Lex Fridman Podcast: चीन ने प्रधानमंत्री मोदी की भारत-चीन संबंधों पर सकारात्मक टिप्पणी की सोमवार को सराहना की, जिसमें उन्होंने मतभेद के बजाय संवाद को तरजीह दी है. चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा – चीन ने चीन-भारत संबंधों पर प्रधानमंत्री मोदी के हालिया सकारात्मक टिप्पणी पर ध्यान दिया है और इसकी सराहना करता है. माओ ने कहा कि “अक्टूबर में रूस के कजान में प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच सफल बैठक ने द्विपक्षीय संबंधों के सुधार और विकास के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया.” उन्होंने कहा, “मैं इस बात पर जोर देना चाहती हूं कि 2000 से अधिक वर्षों के आपसी संबंधों के इतिहास में दोनों देशों ने मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान बनाए रखा है.”
भारत-चीन का तालमेल बिठाकर चलना सही विकल्प : चीन
माओ निंग ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बयान को दोहराते हुए कहा कि दोनों देशों को ऐसा साझेदार बनना चाहिए जो एक-दूसरे की सफलता में योगदान दें और ‘हाथी’ (भारत) और ‘ड्रैगन’ (चीन) का तालमेल बिठाकर साथ चलना ही दोनों देशों के संबंधों के लिए एकमात्र सही विकल्प है.
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चीन पर पीएम मोदी ने क्या दिया था बयान
पीएम मोदी ने रविवार को पॉडकास्ट में चीन को लेकर कहा था, “पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच 2020 में हुई झड़पों से उत्पन्न तनाव को कम करने के लिए राष्ट्रपति शी के साथ उनकी हालिया बातचीत के बाद भारत-चीन सीमा पर सामान्य स्थिति लौट आयी है.” मोदी ने कहा, “पड़ोसियों के बीच मतभेद स्वाभाविक हैं तथा उन्होंने उनके बीच प्राचीन सांस्कृतिक संबंधों पर जोर दिया, जब दोनों सभ्यताएं एक-दूसरे से सीखती थीं और उनके बीच बहुत कम संघर्ष होता था.
पीएम मोदी बोले- मतभेद के बजाय संवाद को प्राथमिकता देते हैं
पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कहा, “उनके प्रयासों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उनके मतभेद विवाद में न बदल जाएं और मतभेद के बजाय संवाद को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने एक समय वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 50 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया था.” उन्होंने कहा, “हमारा सहयोग न केवल (पारस्परिक रूप से) लाभकारी है, बल्कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए आवश्यक भी है.”