Yamuna: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में यमुना की सफाई एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा था. भाजपा ने यमुना की सफाई नहीं करने को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया. वहीं भाजपा ने दिल्ली के लोगों से वादा किया कि सरकार बनने पर यमुना को तय समय में प्रदूषण मुक्त किया जायेगा. साथ ही साबरमती के तर्ज पर दिल्ली में यमुना रिवर फ्रंट का निर्माण किया जायेगा. दिल्ली में भाजपा सरकार बनने के साथ ही यमुना की सफाई का काम तेज हो गया. पिछले कई दिनों से नदी में सफाई करने का अभियान चलाया जा रहा है और सरकार का दावा है कि अब तक 1300 मीट्रिक टन कचरा निकाला जा चुका है.
बुधवार को दिल्ली सरकार के जल मंत्री मंत्री प्रवेश वर्मा ने यमुना सफाई अभियान का निरीक्षण किया और वादा किया कि जल्द ही यमुना को स्वच्छ बनाने का काम पूरा होगा. उन्होंने सिग्नेचर ब्रिज से आईटीओ के छठ घाट और ओखला बैराज तक सफाई अभियान का निरीक्षण किया. पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल पर आरोप लगाया कि उन्हें यमुना नदी की चिंता नहीं थी और आप सरकार ने इसकी सफाई के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
यमुना एक्शन प्लान पर है पीएमओ की नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चुनाव के दौरान यमुना को स्वच्छ करने के लिए हर जरूरी कदम उठाने का भरोसा दिया था. प्रधानमंत्री के वादे को देखते हुए दिल्ली में भाजपा सरकार बनने के बाद ही यमुना की सफाई को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने यमुना एक्शन प्लान तैयार किया है. इस प्लान को मंजूरी के लिए पीएमओ के पास भेजा गया है. सूत्रों का कहना है कि पीएमओ इस एक्शन प्लान को धरातल पर उतारने के लिए विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा कर रहा है.
विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा के बाद जल्द ही इस प्लान को मंजूरी मिलने की संभावना है. यमुना की सफाई पर पीएमओ में एक विशेष टीम का गठन होगा और यह टीम प्राथमिकता के आधार पर यमुना की सफाई के कामकाज की निगरानी करेगी. भाजपा की कोशिश अगले तीन साल में यमुना को स्वच्छ बनाने की है. इसके अलावा यमुना के तटों को आकर्षक बनाया जाएगा. यमुना नदी में क्रूज चलाने के लिए जल्द ही एमओयू पर हस्ताक्षर किया जायेगा.