Dwadash Rajyog 2025: कर्मफल दाता शनि लगभग ढाई साल के अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं, जिसका दीर्घकालिक प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है. सूर्य और शनि पिता-पुत्र के संबंध में हैं, लेकिन उनके बीच शत्रुता का भाव विद्यमान है. वर्तमान में शनि मीन राशि में स्थित हैं, जबकि सूर्य 14 अप्रैल को अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे. आइए जानें
मेष संक्रांति और द्विद्वादश योग का राशियों पर प्रभाव
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 14 अप्रैल, 2025 को सूर्य और शुक्र ग्रह दोपहर 02:19 बजे से द्विद्वादश योग का निर्माण करेंगे. ज्योतिष के सिद्धांतों के अनुसार, यह एक शुभ योग माना जाता है, जो तब उत्पन्न होता है जब सूर्य और शुक्र एक-दूसरे से 30 डिग्री के कोण पर स्थित होते हैं. यह योग तब बनता है जब सूर्य और शुक्र एक-दूसरे के दूसरे और बारहवें भाव में होते हैं.
मिथुन राशि
इस राशि के जातकों के लिए द्विद्वादश राजयोग लाभकारी सिद्ध हो सकता है. इन्हें विभिन्न क्षेत्रों में अपार सफलता और आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है. आत्मविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है, जिससे कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण लाभ मिल सकता है. इसके अतिरिक्त, कार्यस्थल पर आप अपने प्रदर्शन में सुधार करने में सक्षम होंगे.
कर्क राशि
इस राशि के जातकों के जीवन में खुशियों की भरमार हो सकती है. शनि के मीन राशि में प्रवेश करने से इस राशि के जातकों को कठिनाई भरे शनि के प्रभाव से मुक्ति मिल गई है. वहीं, सूर्य धन भाव का स्वामी होकर उच्च स्थिति में कर्म भाव में पहुंचेंगे. इस स्थिति में, इस राशि के जातकों को नौकरी और व्यापार में शानदार लाभ मिल सकता है. समाज में मान-सम्मान में तेजी से वृद्धि हो सकती है.
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए यह अवधि यात्रा और नए शैक्षिक अवसरों की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगी. द्विद्वादश योग के अंतर्गत सूर्य और शुक्र का प्रभाव आपके करियर में सफलता प्राप्त करने में सहायक होगा. इस समय आपके लिए नए पेशेवर अवसरों का द्वार खुल सकता है. मानसिक रूप से आप अधिक सशक्त महसूस करेंगे और जीवन के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएंगे.
मकर राशि
मकर राशि के लिए यह समय रिश्तों और पारिवारिक जीवन में सुधार लाने वाला रहेगा. सूर्य और शुक्र का प्रभाव आपके कार्यक्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म देगा और आर्थिक लाभ की संभावनाओं को बढ़ाएगा. यह अवधि नौकरी और करियर के संदर्भ में शुभ मानी जाएगी. इस दौरान आप अपने परिवार और मित्रों के साथ समय बिताकर मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं.