Gajlaxmi Rajyog 2025: 26 जुलाई 2025 से एक विशेष ज्योतिषीय संयोग की शुरुआत हो रही है, जिसे गजलक्ष्मी राजयोग कहा जाता है. वैदिक ज्योतिष में यह योग अत्यंत शुभ माना गया है और तब बनता है जब शुक्र और गुरु (बृहस्पति) एक ही राशि में युति करते हैं. इस बार यह संयोग मिथुन राशि में बन रहा है, जहां पहले से ही गुरु विराजमान हैं और अब 26 जुलाई को सुबह 9:02 बजे शुक्र भी मिथुन में प्रवेश कर जाएगा.
यह योग धन, वैभव, सफलता और समृद्धि का प्रतीक होता है और इसका प्रभाव 21 अगस्त 2025 तक बना रहेगा.
गजलक्ष्मी राजयोग क्या है?
गजलक्ष्मी योग तब बनता है जब शुक्र (सौंदर्य, भोग, कला और धन के कारक) और गुरु (ज्ञान, भाग्य, समृद्धि के प्रतीक) एक ही राशि में मिलते हैं. इन दो शुभ ग्रहों की युति जीवन में अचानक सकारात्मक बदलाव, धनलाभ और अच्छे अवसरों का द्वार खोल सकती है.
इन 3 राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ
मेष राशि (Aries)
इस योग का निर्माण आपके तीसरे भाव में हो रहा है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ेगा और मानसिक बल मिलेगा. अटका हुआ धन वापस आने के संकेत हैं. करियर में सकारात्मक बदलाव संभव हैं और दांपत्य जीवन भी संतुलित रहेगा.
Also Read: Vastu Tips: घर में शांति और तरक्की लाते हैं ये धार्मिक प्रतीक, जानें कैसे
वृषभ राशि (Taurus)
दूसरे भाव में यह योग आपके लिए धन लाभ और पारिवारिक सुख का योग बना रहा है. विशेष रूप से शेयर बाजार, मीडिया, फिल्म और संगीत से जुड़े लोगों के लिए यह समय बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. घर-परिवार में कोई शुभ समाचार भी मिल सकता है.
वृश्चिक राशि (Scorpio)
अष्टम भाव में बनने वाला यह योग सामान्यतः चुनौतीपूर्ण भाव में है, लेकिन शुक्र-गुरु की युति इसे शुभ बना सकती है. अचानक कोई आर्थिक लाभ या राहत की खबर मिल सकती है. हालांकि प्रेम संबंधों में संयम और समझदारी ज़रूरी होगी.
अन्य राशियों को क्या मिलेगा?
हालांकि यह योग मुख्य रूप से तीन राशियों के लिए विशेष लाभकारी है, लेकिन अन्य राशियों को भी छोटे स्तर पर लाभ मिल सकता है. कोई रुका हुआ कार्य पूरा हो सकता है, या कोई मनचाहा प्रस्ताव मिल सकता है.
यह शुभ योग कब तक रहेगा?
प्रारंभ: 26 जुलाई 2025, सुबह 9:02 बजे
समाप्ति: 21 अगस्त 2025
विशेष परामर्श के लिए संपर्क करें:
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
(ज्योतिष, वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ)
8080426594 / 9545290847