Plane Crash Rashi Connection: हाल ही में हुई अहमदाबाद विमान दुर्घटना ने एक बार फिर लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वास्तव में कुछ लोगों के लिए हवाई यात्रा का समय अशुभ हो सकता है? ज्योतिष के अनुसार, यह आशंका निराधार नहीं है. जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि, राहु, केतु या मंगल जैसे ग्रहों की प्रतिकूल दशा चल रही हो, तो यात्रा के दौरान बाधा या दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है.
इन राशियों के लिए समय संवेदनशील
विशेषज्ञों की मानें तो मेष, सिंह, वृश्चिक और मकर राशि के जातकों के लिए यह समय संवेदनशील है. अगर किसी की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो, या राहु-केतु की महादशा सक्रिय हो, तो खासकर हवाई यात्रा के समय विशेष सावधानी जरूरी है. ग्रहण, अमावस्या, पंचक या अशुभ नक्षत्रों के दौरान हवाई सफर करने से बचना बेहतर माना जाता है.
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मंगल और राहु का संयोग
वृश्चिक और मकर राशि के लोगों को इस समय मानसिक दबाव, तकनीकी बाधा या निर्णय संबंधी भ्रम का सामना करना पड़ सकता है. यदि मंगल और राहु का संयोग हो या शनि की सीधी दृष्टि यात्रा भाव पर हो, तो यह स्थिति और भी जटिल हो सकती है.
यदि हवाई यात्रा टाली नहीं जा सकती, तो कुछ सावधानियां अपनाकर संभावित खतरे को टाला जा सकता है. धार्मिक उपाय जैसे “हनुमान चालीसा” का पाठ, “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप लाभकारी हो सकता है. यात्रा से पूर्व दक्षिण दिशा की ओर मुख कर ध्यान करना भी मानसिक शांति देता है.
ज्योतिष डराने के लिए नहीं, बल्कि सजग और सतर्क रहने की चेतावनी देता है. सही समय पर उचित निर्णय लेकर अनहोनी से बचा जा सकता है.