Rahu Ketu Transit 2025:भारतीय ज्योतिष में राहु और केतु को ‘छाया ग्रह’ कहा जाता है — ये भले ही भौतिक रूप से मौजूद न हों, लेकिन इनका प्रभाव कुंडली में गहराई से महसूस होता है. जीवन की दिशा, सफलता और बाधाओं पर इनका प्रभाव अद्भुत और अचानक परिवर्तनकारी होता है, विशेषकर जब ये नक्षत्र परिवर्तित करते हैं.
20 जुलाई 2025 को एक दुर्लभ ज्योतिषीय घटना घटित हो रही है — राहु पूर्वा भाद्रपदा नक्षत्र में प्रवेश करेगा और केतु पूर्वा फाल्गुनी में. दोनों छाया ग्रहों का एक ही दिन नक्षत्र परिवर्तन करना अत्यंत शक्तिशाली और शुभ माना जाता है. इस गोचर का प्रभाव कुछ विशेष राशियों के लिए बेहद शुभ हो सकता है.
कन्या राशि (Virgo): सफलता की नई ऊंचाइयों की ओर
- इस परिवर्तन से कन्या राशि के जातकों के लिए बंधे हुए कार्य खुलने लगेंगे और सफलता की नई संभावनाएं बनेंगी.
- अचानक धनलाभ – रुका हुआ पैसा या निवेश से अप्रत्याशित मुनाफा.
- करियर ग्रोथ – खासकर IT, मेडिकल, रिसर्च क्षेत्रों में तरक्की और विदेश यात्रा के योग.
- संपत्ति खरीद – घर या वाहन की खरीदी की संभावनाएं प्रबल.
- कार्य में सहजता – कठिन कार्य भी आसानी से पूर्ण होंगे.
- मनोकामनाओं की पूर्ति – लंबे समय से अधूरी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं.
मकर राशि (Capricorn): प्रोफेशनल सफलता और पारिवारिक सामंजस्य
- इस गोचर से मकर राशि के लिए करियर में स्थिरता और पारिवारिक संतुलन का द्वार खुल सकता है.
- पदोन्नति के योग – नई जिम्मेदारियाँ या पद लाभ.
- प्रोजेक्ट में सफलता – रुके कार्य पूरे होंगे और प्रयास सार्थक होंगे.
- धन का संचय – निवेश और सेविंग के लिए श्रेष्ठ समय.
- संतुलित पारिवारिक जीवन – दांपत्य में सामंजस्य और मानसिक शांति.
- रणनीतिक बढ़त – सोच-समझकर किए निर्णय फलीभूत होंगे.
तुला राशि (Libra): आर्थिक उन्नति और स्वास्थ्य लाभ
- तुला राशि के जातकों के लिए यह समय आर्थिक समृद्धि और स्थायित्व लाने वाला साबित हो सकता है.
- आमदनी के नए स्रोत – नौकरी और व्यापार में नई दिशा.
- व्यवसाय का विस्तार – नया व्यापार या पुराने में विस्तार लाभकारी रहेगा.
- प्रभावशाली संपर्क – उच्च पदस्थ व्यक्तियों से जुड़ाव लाभकारी रहेगा.
- स्वास्थ्य में सुधार – पुरानी बीमारियों से राहत के योग.
- मेहनत का फल मिलेगा – अब तक किया गया परिश्रम रंग लाएगा.
राहु-केतु का यह संयुक्त नक्षत्र परिवर्तन केवल ग्रहों की चाल नहीं, बल्कि जीवन में नए द्वार खुलने का संकेत है. विशेषकर कन्या, मकर और तुला राशियों के लिए यह समय कर्म, बदलाव और सफलता का संगम हो सकता है.
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