Zodiac Sign And Marriage: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, विवाह केवल दो व्यक्तियों का मिलन नहीं है, बल्कि यह दो राशियों और उनके ग्रहों का भी सामंजस्य है. यदि दो राशियों के स्वभाव, तत्व और ग्रह एक-दूसरे के अनुकूल नहीं हैं, तो इससे मनमुटाव, संघर्ष और अंततः रिश्ते के टूटने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए विवाह से पूर्व कुंडली मिलान करना अत्यंत आवश्यक समझा जाता है. यहाँ हम आपको कुछ राशियों के संयोजन के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जिनका आपस में विवाह करना उचित नहीं है, क्योंकि इनके स्वभाव और विचारों में महत्वपूर्ण भिन्नता होती है.
मेष और वृश्चिक (Scorpio & Aries)
मेष और वृश्चिक दोनों राशियां मंगल ग्रह के प्रभाव में होती हैं, जिससे इनमें गुस्सा, प्रतिस्पर्धा और वर्चस्व की भावना प्रबल होती है. प्रारंभ में आकर्षण हो सकता है, लेकिन समय के साथ टकराव इतना बढ़ जाता है कि संबंध टूटने की स्थिति उत्पन्न हो जाती है.
वृषभ और सिंह (Taurus & Leo)
वृषभ स्थिरता और सरलता को प्राथमिकता देता है, जबकि सिंह को वैभव, ध्यान और नेतृत्व में रहना पसंद है. वृषभ को भावनात्मक स्थिरता की आवश्यकता होती है, जबकि सिंह को प्रशंसा और सराहना की चाह होती है. यह भिन्नता संबंधों में तनाव उत्पन्न कर सकती है.
मिथुन और कन्या (Gemini & Virgo)
हालांकि दोनों ही बुध ग्रह से जुड़े हुए हैं, मिथुन स्वभाव से चंचल और अनिर्णायक होता है, जबकि कन्या अत्यधिक विश्लेषणात्मक और परफेक्शनिस्ट होती है. मिथुन को यह बंधन बोझिल लगता है और वह स्वतंत्रता की खोज में रहता है, जिससे उनका संबंध कमजोर पड़ जाता है.
कर्क और कुंभ (Cancer & Aquarius)
कर्क अत्यधिक संवेदनशील और पारिवारिक होता है, जबकि कुंभ स्वतंत्र विचारों वाला और सामाजिक होता है. कर्क को सुरक्षा की आवश्यकता होती है, जबकि कुंभ को स्वतंत्रता चाहिए. यह भिन्नता तनाव का कारण बनती है, जिससे रिश्ते लंबे समय तक नहीं टिक पाते.
धनु और मीन (Sagittarius & Pisces)
दोनों ही आदर्शवादी होते हैं, लेकिन धनु व्यावहारिक जीवन जीने में रुचि रखता है और स्पष्टता से अपनी बात रखता है, जबकि मीन संवेदनशील और भावनात्मक होती है. धनु की स्पष्टता मीन को चुभ सकती है और मीन की भावुकता धनु के लिए बोझ बन सकती है.