आरा. विद्यानंद सिंह 7 जून 1999 को कारगिल युद्ध ऑपरेशन विजय के दौरान शहीद हो गये थे. इस अवसर पर बिहार रेजिमेंटल सेंटर के जवानों ने मातमी धुन बजा कर विधिवत सलामी दी. इसके बाद विद्याभवन के सभागार में प्रो (डॉ) कन्हैया बहादुर सिन्हा की अध्यक्षता में किया गया. मुख्य अतिथि बिहार रेजिमेंटल सेंटर के लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक कुमार थे. मंच पर आमंत्रित वीर नारी पार्वती देवी (शहीद विद्यानंद की पत्नी), पुष्पा राय (शहीद गणेश राय की पत्नी) तथा संगीता देवी (पत्नी शहीद अशोक सिंह) उपस्थित थी. आमंत्रित अतिथियों का स्वागत भीम सिंह भवेश (पद्मश्री) ने किया. शहीद के बारे में राजेश दुबे ने विषय प्रवेश कराया तथा मंच संचालन मनीष प्रसाद ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डी राजन ने किया. मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक कुमार ने कहा कि ये कम हम सैनिकों का था, लेकिन इस कार्यक्रम को लगातार 26 वर्षों से भोजपुर वासी कर रहे हैं, इसके लिए भोजपुरवासी धन्यवाद के पात्र हैं. मैं घोषणा करता हूं कि इस तरह के कार्यक्रम में मुझे जब भी बुलाया जायेगा मैं सहर्ष आऊंगा. अध्यक्षीय भाषण में डॉ कन्हैया बहादुर ने कहा कि जरूरी नहीं है कि व्यक्ति सेना में जा कर ही देश की सेवा करे. समाज के हर तबके में सेना की तरह समर्पित हो कर कम किया जा सकता है. सभी वीर नारियों तथा दानापुर रेजिमेंटल सेंटर से आए हुए सैनिकों को तथा जिले के उपस्थित पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया. शहीद विद्यानंद की पुत्री अनुष्का सिंह ने अपने पिता की शहादत पर भावपूर्ण कविता सुनायी. जिसे सुनकर लोग भाव विभोर हो गये. छोटी बेटी तन्वी सिंह ने भी अपना उद्गार व्यक्त किया. अन्य वक्ताओं में, प्रो कमल कुमारी पूर्व प्राचार्य, वरिष्ठ समाज सेवी सुशील कुमार, नाथू राम, कृष्ण बिहारी एडवोकेट पटना हाईकोर्ट, प्रो ओमप्रकाश अग्रवाल, सुरेश प्रसाद सिंह पूर्व प्राचार्य, मनोज कुमार सिंह नवोदय विद्यालय, डॉ कांति सिंह, रेडक्रॉस की सचिव डॉ कुमारी विभा, देवेंद्र प्रसाद एडवोकेट, सरदार गुरुचरण सिंह, आशुतोष पाण्डेय, अशोक मानव, सतेंद्र कुमार, मिंटू सिंह, ऋतंभरा सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल राणा प्रताप सिंह, रामदयाल सिंह श्रीभगवान सिंह तथा अन्य लोग उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन के साथ श्रद्धांजलि सभा खत्म हुआ.
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