शाहपुर. गंगा के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण कई गांवों से लोगों का पलायन होना शुरू हो गया है, जिसके कारण गंगा की तलहटी में बसी पंचायतों के गांवों के लोग बक्सर-कोइलवर सुरक्षा तटबंध पर हजारों की संख्या में पहुंच गये हैं. लेकिन मंगलवार के दिन दामोदरपुर बांध पर चल रहे राहत शिविर में कोई मेडिकल टीम नहीं पहुंची. राहत शिविर में शरण लिये हुए लोगों ने बताया कि प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त कोई भी कर्मी नहीं पहुंच सके. वहीं कई पंचायतों के जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार नाव की मांग की जा रही है. इधर, बाढ़ के कारण एहतियात के तौर पर बिजली कंपनी द्वारा कई गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित कर दी गयी है. इन गांवों के लोग सोलर पैनल से अपनी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं. ग्रामीण अपने मवेशियों एवं कुछ सामान के साथ तटबंध सहित ऊंचे स्थान पर शरण लिये हुए हैं. जल स्तर बढ़ने के कारण दामोदरपुर, बहोरनपुर, गौरा, लक्षुटोला, करजा पंचायत के लोग पलायन को मजबूर हुए हैं. हजारों की संख्या में लोग विस्थापित होकर तटबंध तक पहुंचे हैं. लेकिन, सबके लिए पर्याप्त टेंट की व्यवस्था अब तक नहीं हो सकी है. किसी तरह लोग गुजर-बसर कर रहे हैं. वहीं सुहिया पंचायत के बाढ़ के पानी से घिर जाने से वहां के बहुत सारे लोग सहजौली यादव जी के हाता पर शरण लिये हुए हैं. लेकिन उन्हें किसी तरह की सरकारी सहायता या राहत नहीं पहुंची है. वहीं भरौली के आसपास भी सुहिया पंचायत के लोग अपने मवेशियों के साथ रहने को विवश हैं. बाढ़ग्रस्त लोगों ने बताया कि घरों तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है, जिसके कारण अपने परिवार एवं मवेशियों को भी बचा पाना संभव नहीं था. इस कारण उन्हें किसी तरह बाहर निकाल कर लाया गया. वहीं दियारा की लाइफलाइन कहा जाने वाला शाहपुर-करनामेपुर पथ पर भी कहीं-कहीं बाढ़ का पानी चढ़ गया है. हालांकि अभी तक यातायात परिचालन सुचारू रूप से चल रहा है. लेकिन, मुख्य सड़कों को छोड़ सभी ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ का पानी चढ़ चुका है और यातायात परिचालन बाधित हो गया है, जिसमें सबसे मुख्य सड़क गौरा-दामोदरपुर, भरौली-सुहिया, करनामेपुर-लालू के डेरा, रमदतही-दलनछपरा, उमरावगंज-चारघाट, गौरा-लक्षुटोला, शाहपुर-बरिसवन भाया सेमरिया, शाहपुर-हरिहरपुर पथ बाढ़ के पानी के कारण बाधित है. शाहपुर नगर पंचायत की सैकड़ों एकड़ खेत में लगी फसल बाढ़ के पानी डूब गयी है, दर्जनों घर बाढ़ के पानी में घिरा हुआ है. शाहपुर नगर पंचायत के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी पूरी तरह से फैल चुका है, जिसके कारण इन इलाकों में सैकड़ों एकड़ खेत में लगीं फसलें पूरी तरह से डूब चुकी हैं, जिसको पूरी तरह से बर्बाद होने की आशंका जतायी जा रही है. वहीं वार्ड संख्या दो, तीन, छह, सात व आठ की दर्जनों घर बाढ़ के पानी में घिर चुके हैं. अब इन घरों में कभी भी बाढ़ का पानी घुसना शुरू हो जायेगा. साथ ही शाहपुर-गोपालपुर (वार्ड संख्या आठ) पथ पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है, जिसके कारण यातायात बंद हो गया है.
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