आरा. विद्या भवन सभागार में वन विभाग द्वारा जल-जीवन-हरियाली दिवस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न पारिस्थितिकीय चुनौतियों का सामना करना, पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखना, हरित आच्छादन को बढ़ावा देना तथा जलवायु अनुकूल गतिविधियों को प्रोत्साहित करना था. कार्यक्रम के दौरान पौधशाला सृजन एवं सघन पौधारोपण विषय पर विस्तार से चर्चा की गयी. अधिकारियों द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान की विभिन्न पहलुओं पर विचार प्रस्तुत किये गये तथा यह निर्णय लिया गया कि सभी अनुमंडल एवं प्रखंड मुख्यालयों पर गोष्ठी, कार्यशाला, परिचर्चा एवं जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. कार्यक्रम में लोकप्रकाश, निदेशक एनइपी ने जल-जीवन-हरियाली अभियान को एक महत्वाकांक्षी बहु-हितधारक कार्यक्रम बताया. इसका उद्देश्य जलवायु स्थिरता, जल स्रोतों का संरक्षण एवं पुनरुद्धार, जल प्रदूषण नियंत्रण, भूजल स्तर में सुधार, जलवायु अनुकूल कृषि और ऊर्जा संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को बढ़ावा देना है. वन विभाग द्वारा पौधारोपण, वन क्षेत्र विस्तार, जल संचयन संरचनाओं के निर्माण व पुनर्निर्माण तथा पौधशालाओं के विकास एवं प्रबंधन के अंतर्गत की जा रही गतिविधियों की भी जानकारी दी गयी. मौके पर निदेशक राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण भोजपुर, प्रभारी पदाधिकारी, विकास शाखा, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला समन्वयक, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान, जिला परियोजना पदाधिकारी, जिला गंगा समिति, वन क्षेत्र पदाधिकारी आरा, वन परिसर पदाधिकारी आरा एवं उदवंतनगर, युवा पेशेवर, जिला मिशन प्रबंधक जल-जीवन-हरियाली सहित कई अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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