गड़हनी.
इस भीषण गर्मी में स्थानीय पावर सब स्टेशन गड़हनी के द्वारा बिजली कटौती से स्थानीय उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं. बता दें कि बुधवार की दोपहर से राज मार्केट, बिजली पट्टी गड़हनी में फेज उड़ने से बिजली गायब थी, लेकिन बिजली कंपनी के अधिकारी व कर्मियों से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी. रात करीब सात बजे बिजली बहाल की गयी. राजा मार्केट निवासी मो सोनू ने बताया कि सुबह से बिजली गायब थी. बिजली ऑफिस का सरकारी नंबर बंद था. वहीं, कनीय अभियंता फोन नहीं उठा रहे थे. फोन बंद रहना, अधिकारी द्वारा फोन नहीं उठाना बहुत बड़ी लापरवाही है. उपभोक्ताओं का कहना है कि कभी 33 हजार में फाल्ट, तो कभी फेज लीक बहाना बनाकर बिजली कटौती की जाती है. रात में कसाप, चांदी व गड़हनी फीडर में बार-बार बिजली कट जा रही थी. रात भर बिजली की आंख मिचौनी से उपभोक्ता सही से सो नहीं पाये हैं. जब इस संबंध में जानकारी लिए जाने के लिए उपभोक्ताओं द्वारा बिजली कंपनी के जेइ, एसडीओ अथवा अन्य कर्मियों को फोन किया जाता है, तो किसी के द्वारा भी फोन नहीं उठाया जाता है. उपभोक्ताओं का कहना है कि संध्या काल में बिजली कटौती किये जाने से खाना पानी से लेकर बच्चों की पढ़ाई तक बाधित हो जाती है. इसके साथ ही मच्छरों का दंश भी झेलना पड़ता है. ऐसे में मध्यमवर्गीय व गरीब तबके के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. लोगों को अंधेरे का सामना करना पड़ रहा है. घर में अन्न पानी रहते हुए भी भूखे सोने की नौबत आ जाती है. वहीं उपभोक्ताओं ने बिजली बिल में बढ़ोतरी, फाल्स बिल व बिजली से संबंधित अनेकों समस्याओं को लेकर आपत्ति व आक्रोश जताया है. उपभोक्ताओं ने कहा कि अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं है. ऐसे मे मजबूर उपभोक्ताओं के सामने जनान्दोलन, तालाबंदी के सिवा और कोई विकल्प भी नहीं बचता है. बिजली की समस्याओं को लेकर आये दिन खबरें भी प्रकाशित होती रहती हैं फिर भी ना तो कंपनी के अधिकारियों और ना ही उर्जा मंत्री के कानों में जूं रेगता है. बुधवार की बिजली कटौती के संबंध में कनीय अभियंता निर्मल कुमार ने बताया कि 33 हजार के सप्लाई में कही फाल्ट था, उसी का मेंटेनेंस चल रहा था. जिस कारण आपूर्ति बाधित थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है