आरा.
जिले में अवैध अस्पतालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. अवैध अस्पतालों का संचालन करनेवालों पर स्वास्थ्य विभाग ने शिकंजा कस लिया है. अवैध अस्पतालों से लोगों को जागरूक करने के लिए गुरुवार को जागरूकता रथ रवाना किया गया. जिसे सिविल सर्जन शिवेंद्र कुमार सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने कहा कि अवैध अस्पतालों के बारे में आमजनों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए यह रथ रवाना किया गया है. अवैध अस्पतालों के संचालन से चलते बहुत सी समस्या आ रही थी. हमारे यहां शिकायत की जा रही थी. उच्च न्यायालय ने इस संबंध में नोटिस लिया था. आरा सदर, पीरो एवं जगदीशपुर सब डिवीजन में अवैध अस्पताल चल रहे हैं. सिविल सर्जन ने बताया कि उन्होंने टीम बनाकर पिछले दो सप्ताह पूरे जिले में सर्वे कराया. इस दौरान 123 अस्पताल रिपोर्टिंग हुए, जिसमें 82 अवैध हैं. जबकि 41वैद्य हैं. 82 अस्पताल अवैध अस्पताल जो चिह्नित किये गये हैं. वे बिना डॉक्टर के संचालित हो रहे हैं. उन अस्पतालों में अवैध जांच घर भी हैं. इसकी जानकारी सरकारी पोर्टल पर अपलोड कर दी गयी है. अवैध अस्पतालों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार गाड़ी रवाना किया गया. यह गाड़ी पूरे जिले में घूम-घूम कर प्रचार प्रसार करेगी, ताकि लोग जागरूक हो सकें और वैसे अस्पतालों में इलाज नहीं कराये. उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े होर्डिंग एवं पोस्टर के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जायेगा. इसके अलावे वाद- विवाद के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जायेगी. सिविल सर्जन ने बताया कि अवैध अस्पताल संचालकों पर कार्रवाई के लिए एक धावा दल का गठन किया गया है. धावा दल अवैध अस्पतालों एवं क्लिनिकों पर छापेमारी करेगी, जो भी अस्पताल मानक के अनुरूप कार्य नहीं कर रहे हैं. उन्हें सील किया जायेगा. उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग ने प्रण कर लिया है कि जो लोग जीवन से खिलवाड़ करनेवाले लोग हैं उन्हें किसी भी सूरत में बक्सा नहीं जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है