आरा.
चर्चित आरा के तनिष्क शोरूम डकैती कांड में पुलिस की ओर से चार्जशीट दाखिल कर दी गयी. 10 करोड़ की सोना डकैती के ठीक तीन महीने बाद 13 जून को केस के आइओ द्वारा कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया, जिसमें बक्सर निवासी शेरू सिंह और वैशाली के चंदन कुमार उर्फ प्रिंस सहित 20 अपराधियों को आरोपित किया गया है. इनमें 19 फिलहाल जेल में हैं. जबकि एक की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गयी है. चार्जशीट में शेरू सिंह और चंदन कुमार उर्फ प्रिंस को मुख्य अभियुक्त बताया गया है. दोनों पर पश्चिम बंगाल के जेल से भी डकैती की प्लानिंग करने और वारदात को अंजाम देने के लिए अपराधियों एवं हथियार आदि की व्यवस्था करने का आरोप लगाया है. अररिया में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये चुनमुन झा को मृत दिखाते हुए उसके खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किया गया है.चार्जशीट दाखिल करने के साथ ही पुलिस की ओर से स्पीडी ट्रायल शुरू कराने की कवायद भी शुरू कर दी गयी है. माना जा रहा है कि इस मामले में जल्द ही ट्रायल शुरू हो सकता है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब तीन सौ पेज के आरोप पत्र में बक्सर निवासी शेरू सिंह और वैशाली के मझौली गांव निवासी चंदन कुमार उर्फ प्रिंस सिंह को मुख्य अभियुक्त बताया गया है. चार्जशीट के मुताबिक पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में रहने के दौरान दोनों द्वारा डकैती की पूरी साजिश रची गयी थी. लोकल स्तर पर डकैती करने से लेकर लाइनर हायर और हथियार उपलब्ध कराने तक का काम शेरू सिंह द्वारा किया गया था. वहीं, प्लानिंग से लेकर बाहर के अन्य कामों की जिम्मेदारी चंदन कुमार उर्फ प्रिंस सिंह संभाल रहा था. अन्य अभियुक्तों में डकैती में शामिल अपराधियों से लाइनर, संरक्षक और लूटे गये सोना के रिसीवर तक शामिल हैं.
10 मार्च की सुबह हुई थी लूट, करीब आधा सोना बरामद, 17 गिरफ्तार कर भेजे गये जेल 10 मार्च की सुबह करीब साढ़े 10 बजे शहर के सबसे व्यस्त शीशमहल चौक के पास तनिष्क शोरूम में धावा बोल अपराधियों द्वारा करीब 10 करोड़ के सोने के आभूषण की डकैती की गयी थी. सात-आठ की संख्या में रहे अपराधियों द्वारा आभूषण के अलावे कुछ नकदी और एक सिक्युरिटी गार्ड का लाइसेंसी हथियार छीन लिया गया था. उस मामले में पुलिस द्वारा अब तक लूट के करीब आधा सोना बरामद कर लिया गया है. डकैती में शामिल लुटेरों, उनके संरक्षक, लाइनर और रिसीवर सहित 17 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. एक अररिया में मुठभेड़ में मारा जा चुका है. वहीं घटना के दोनों मुख्य मास्टर माइंड पहले से जेल में थे. दोनों को इस कांड में रिमांड किया गया है. बता दें कि डकैती के कुछ घंटे के भीतर ही बड़हरा थाना क्षेत्र के बबुरा के समीप पुलिस द्वारा सारण जिले के दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. मुठभेड़ में गोली लगने के बाद गिरफ्तार सारण निवासी दोनों अपराधियों के पास से लूटे गए दो झोला आभूषण भी बरामद किया गया था. उनकी निशानदेही पर गार्ड का हथियार भी बरामद कर लिया गया था. बाद में लाइनर, घटना में शामिल अपराधियों को पनाह देने वाले और एक रिसीवर सहित तीन अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया गया था. लूट की घटना में इस्तेमाल होने वाली एक कार भी जब्त की गयी थी. गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में घटना में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद वैशाली निवासी कुख्यात चंदन कुमार उर्फ प्रिंस और बक्सर निवासी शेरू सिंह का भी नाम सामने आया था. पुलिस की ओर से दोनों को प्रोडक्शन वारंट के जरिए दोनों को आरा लाने के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी. डकैती में शामिल अन्य अपराधियों से भी पूछताछ की गयी थी. उसमें डकैती कांड का पूरा राज सामने आया था. लूट की घटना को अंजाम देने के बाद हरियाणा, छत्तीसगढ़ और जम्मू भाग गये थे अपराधीशादी के लिए आभूषण और रिंग सेरेमनी के लिए अंगूठी खरीदने के बहाने तनिष्क शोरूम पहुंचे अपराधी 10 करोड़ के जेवरात लूट कर भाग निकले थे. अबतक की सबसे बड़ी सोना लूट की घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी पुलिस से बचने के लिए हरियाणा, जम्मू और छत्तीसगढ़ राज्य चले गये थे. वहां किसे ने पिता के पास शरण ले रखी, तो कोई प्राइवेट काम करने लगा था. हालांकि सीसीटीवी फुटेज और पूर्व में गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के आधार पर चिह्नित लुटेरों की तलाश में जुटी पुलिस तकनीकी सूत्र के उनके ठिकानों तक पहुंच गयी थी. उनमें दस अपराधियों को 28 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था. उन सभी को दिल्ली एनसीआर, छत्तीसगढ़ और जम्मू से गिरफ्तार किया गया था. उनकी निशानदेही पर लूटे गये जेवर को पिघला कर बनाये गये सोने के चार बिस्किट सहित 511 ग्राम आभूषण, घटना में इस्तेमाल एक पिस्टल, दो गोली, एक कार, एक अपराधी द्वारा पहना गया कपड़ा और सात मोबाइल भी बरामद किये गये थे. गिरफ्तार अपराधियों में एक अररिया और नौ वैशाली के रहने वाले थे. उनमें चार लूटपाट करने जबकि अन्य साजिश रचने और रिसीवर थे. उससे पूर्व भी पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था.अररिया में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था लूट की घटना का गैंग लीडर कथित तौर पर पश्चिम बंगाल के जेल में बंद मास्टरमाइंड वैशाली निवासी कुख्यात चंदन कुमार उर्फ प्रिंस और बक्सर निवासी शेरू सिंह के इशारे पर रची गई .तनिष्क शोरूम लूट कांड का गैंग लीडर अररिया निवासी चुनमुन झा उर्फ राकेश झा था. वह 22 मार्च तड़के अररिया के नरपतगंज में शनिवार की अहले सुबह पुलिस एनकाउंटर में मारा था. अररिया जिले के पलासी थाना क्षेत्र के मजलिसपुर गांव का रहने वाला 28 वर्षीय चुनमुन झा उर्फ राकेश झा रेकी से लेकर डकैती कारित करने तक में शामिल था. लूट की सीसीटीवी फुटेज में उसे देखा जा रहा है. वीडियो फुटेज में मास्क लगाए और ग्रीन रंग की प्रिंटेड टी-शर्ट पहने चुनमुन झा को एक हाथ में पिस्टल लिये गहनों की लूट पाट करते देखा जा रहा है. जम्मू से गिरफ्तार उसका शागिर्द सूरज मंडल भी लूट की घटना में शामिल था. सीसीटीवी फुटेज में उसे शोरूम में हथियार के बल पर लूटपाट करते देखा गया था.
जेल में बंद अपराधी, जिनके खिलाफ दाखिल की गयी चार्जशीट गिरफ्तार अपराधियों में वैशाली के सदर थाना क्षेत्र के हरौली गांव निवासी अमित कुमार, नगर थाना क्षेत्र के बालादास मठ गांव निवासी नितिन कुमार, सराय थाने के कल्याणपुर गांव निवासी गौरव कुमार, महुआ थाना क्षेत्र के महुआ मुकुंदपुर गांव निवासी मो. चांद, महुआ गांव निवासी अभिषेक कुमार राजापाकर थाने के बाकरपुर बिकनपुर गांव निवासी सुमित कुमार उर्फ प्रिंस राजपूत, सदर थाना क्षेत्र के हरौली कचहरी गांव निवासी अभिमन्यु कुमार उर्फ खुदु उर्फ पगला, तिसियोता थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी प्रीतम कुमार उर्फ छोटू, उसी गांव के हिमांशु कुमार, अररिया जिले के पलासी थाना क्षेत्र के महेंद्रपुर गांव निवासी सूरज मंडल. डकैती के बाद मुठभेड़ के दौरान सारण के सेमरा निवासी कुणाल कुमार और दिघवारा निवासी विशाल कुमार शामिल हैं. अन्य गिरफ्तार अपराधियों में वैशाली के मझौली गांव निवासी सन्नी कुमार, गौतम कुमार, बांका निवासी रॉकी उर्फ राजा, भोजपुर के सिन्हा थाने के परशुराम गांव निवासी सूरज सिंह और कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के उदयभानपुर गांव निवासी विशाल सिंह सहित अन्य शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है