आरा.
केंद्रीय मंत्री एवं लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को आरा स्थित रमना मैदान से बिहार विधानसभा चुनाव के शंखनाद किये. चिराग ने वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में आयोजित नव संकल्प महासभा को संबोधित करते हुए कई अहम बातें कहीं. इस दौरान उन्होंने बिहार में चुनाव लड़ने की बात भी की और कहा कि हां मैं चुनाव लडूंगा और बिहार के सभी 243 सीटों पर चुनाव लडूंगा. मुझे मेरे अपनों ने ही घर और पार्टी से बाहर किया, लेकिन बिहार की जनता मेरा परिवार है. मैं अपनों की खातिर चुनाव लडूंगा. मेरा संकल्प है कि मैं बिहार को देश का नंबर 1 राज्य बनाऊंगा. जब तक मैं बिहार को विकसित राज्य नहीं बना लेता, तब तक मैं चैन से नहीं बैठने वाला हूं. मैं बिहार विधानसभा चुनाव कहां से लडूं, यह आप सब को तय करना है. बिहार से चुनाव लड़ने का फैसला भी आप सभी पर छोड़ता हूं. विपक्ष के नेता भूल गये हैं कि मैं एक शेर का बेटा हूं और हमेशा मुद्दे की बात करता हूं. मेरा वादा है कि मैं बिहार को आगे ले कर जाऊंगा. मेरा एक ही लक्ष्य है विकसित बिहार, ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’. पांच साल के लिए अपना नेतृत्व चुनने के लिए संकल्प लेंगे. ऐसे में यह साल हम सबों के लिए एक महत्वपूर्ण साल हो जाता है. यह साल निर्धारित करेगा पांच सालों का भविष्य. यह पांच साल व्यक्ति के जीवन में महत्व रखता है. आज जब हम लोग विधानसभा की दहलीज पर है कुछ हीं दिनों बाद बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला हैं. ऐसे में कई राजनेता आप लोगों के बीच आएंगे और अपनी- अपनी बातों को रखने का काम करेंगे, पर मैं चाहूंगा कि जब वह आप लोगों के बीच आए तो आप प्रश्न कीजिएगा कि इतने सालों में इन लोगों ने आपके के लिए क्या किया. आजकल एक केंद्रीय नेता है, जो जब दिल्ली जाते हैं, तो हमारे बिहार को अपराध की राजधानी बताते हैं. जरा पूछिएगा उस नेता से कि क्या वे चुनाव के बाद भी बिहार आएंगे ? वह ऐसे दल के नेता है, जिनकी पार्टी बिहार में सबसे ज्यादा दिन तक सत्ता में थी. वह छोड़िए केंद्र में भी कांग्रेस ने लंबे समय तक तथा बिहार में शासन करने का काम किया है कांग्रेस. चिराग ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी जिन्होंने सही मायने में सामाजिक न्याय की व्यवस्था को बल देने का काम किया और कांग्रेस ने क्या किया, यह जग जाहिर है. कर्पूरी ठाकुर जी के सपनों को तिलांजलि देने का काम अगर किसी ने किया तो यह कांग्रेस ने किया. ये लोग बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का नाम लेते नहीं थकते, जब केंद्र में सरकार थी तो इन लोगों ने लोकसभा में भीमराव अंबेडकर की एक प्रतिमा भी नहीं लगने दिए. भारत के संसद में उनकी पहली तस्वीर हमारे पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान जी जब कल्याण मंत्री बने, तब उन्होंने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा लगाने का काम किया. इन लोगों ने एक ही परिवार के तीन-तीन लोगों की तस्वीर भारत के संसद में लगाये हैं. लेकिन बाबा साहब की तस्वीर को लगाने का काम नहीं किया. आज कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देने का काम हमारी सरकार ने किया. जो लोग दलित शोषित और वंचितों की बात करते हैं, यह वही लोग हैं जो जंगल राज के माध्यम से बिहार मे नरसंहार करने का काम किया. अगर बाबा साहब के सपनों को आगे बढ़ाने का कभी काम किया तो वह हमारे केंद्र की मोदी जी की नेतृत्व वाली सरकार ने किया. आज अगर बिहार के जो लोग बाहर चले गए, वे वापस आने की सोच के साथ काम हमारे केंद्र सरकार के द्वारा की जा रही है. एक ओर केंद्र में नरेंद्र मोदी जी कर रहे हैं, तो इधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी कर रहे हैं. मैं चाहता हूं कि बिहार में ही कारखाने खुले ताकि बिहार में उन्हें रोजगार मिले और पलायन रुके. पिछले दिनों मैं इस संघर्ष के दौरान कई चुनौतियों का सामना किया. कई लोगों ने चिराग पासवान को समाप्त करने की भूमिका तैयार की. इन लोगों ने सोचा कि चिराग पासवान को समाप्त कर देंगे तो बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट समाप्त हो जाएगा. मेरी पार्टी को तोड़ा, मेरे परिवार को तोड़ा, मुझे घर से बाहर निकाला. जो लोग इन बातों से यह सोचते हैं कि चिराग पासवान टूट जाएगा, डर जाएगा, घबरा जाएगा. उन्हें फिर से कहता हूं कि चिराग पासवान शेर का बेटा है, ना तो मैं टूटने वाला हूं, ना झुकने वाला हूं. जब तक बिहार को फर्स्ट नहीं बना दूंगा, तब तक चैन की सांस नहीं लूंगा. मुझे जरूरत है आप सबके साथ की. चिराग पासवान के लिए ना कोई पद मायने रखता है न हीं चिराग पासवान के लिए सत्ता मायने रखती है. मेरे लिए मायने रखता है कि बिहार फर्स्ट कैसे हो. बिहार पहले पायदान पर कैसे जाएं. जब मेरे पिता का निधन हुआ तो आप लोगों ने मेरा साथ दिया. महिलाओं ने मेरी मां बनकर आंसू पोछने का काम किया. आज सबके जेहन में यह सवाल है कि क्या चिराग पासवान बिहार से चुनाव लड़ेगा. आज हर कोई यह सवाल का जवाब जानना चाह रहा है. इसका जवाब देने से पहले आप सबों को बताना चाहता हूं कि मेरे बिहार और मेरे बिहारी साथियों के लिए बिहारी अस्मिता के लिए बिहारी स्वाभिमान के लिए चिराग पासवान ने उनके लिए चुनाव लड़ने का फैसला लिया. कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों के प्रति चिराग ने आभार जताते हुए कहा कि इस गर्मी में भी इतनी संख्या में आप सबों ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाया. यह बताता है कि आप सब पार्टी के लिए कितने समर्पित हैं. इसके लिए आप सबों के प्रति दिल से आभार व्यक्त करता हूं. विदित हो कि इस दौरान कार्यक्रम में पार्टी के बिहार प्रदेश प्रभारी सांसद अरुण भारती, वैशाली सांसद वीणा सिंह, बिहार प्रदेश सह प्रभारी खगड़िया सांसद राजेश वर्मा, समस्तीपुर सांसद शांभवी चौधरी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, हुलास पांडे, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ राजेश भट्ट, यामिनी रंजन मिश्रा, राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरेंद्र मुन्ना, भोजपुर जिला अध्यक्ष राजेश्वर पासवान, अरवल जिला अध्यक्ष सत्येंद्र रंजन, कैमूर जिला अध्यक्ष गजेंद्र गुप्ता, रोहतास जिला अध्यक्ष, औरंगाबाद जिला अध्यक्ष सोनू सिंह, पटना पश्चिम जिला अध्यक्ष चंदन यादव, अजीत राय, परशुराम पासवान समेत पार्टी के सैकड़ो नेता और हजारों हजार की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे.आज नव संकल्प महासभा कार्यक्रम में पूर्व एमएलसी सह लोजपा संसदीय बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष हुलास पांडेय ने उपस्थित लोगों से अपील करते हुए कहा कि चिराग पासवान जी द्वारा चलाए गए मुहिम बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट को कार्यकर्ताओं से गांव गांव में प्रचार करने का अपील किया. इन्होंने कहा कि आज चिराग पासवान युवाओं के यूथ आइकॉन है. आज हर जगह के युवा चिराग पासवान के कार्यों और विचारों के दीवाने है. इन्होंने कहा कि चुनाव में हमारा जीत का स्ट्राइक रेट सौ प्रतिशत है इसमें कार्यकर्ताओं की भागीदारी सराहनीय है. अगर आप सभी इसी तरह से कार्य करे तो निश्चित रूप से अब वाले समय में बिहार में लोजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी.
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