आरा
. मानव अधिकार आयोग, नई दिल्ली के (कुष्ठ रोग) डॉ प्रदीप्ता कुमार नायक की अध्यक्षता में भोजपुर जिला के जिला स्तरीय पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ अंतर विभागीय समीक्षात्मक बैठक हुई, जिसमें सीएस डॉ शिवेंद्र कुमार सिन्हा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ संजय कुमार सिन्हा, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई आलोक कुमार गौतम आदि थे. सर्वप्रथम माननीय सदस्य ने मानव अधिकार आयोग, नई दिल्ली के द्वारा मानव अधिकार के विषय के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. बताया गया कि कुष्ठ रोग का इतिहास बहुत प्राचीन है तथा इस रोग से ग्रसित व्यक्तियों को उचित चिकित्सा के अभाव में विकलांगता हो जाती है. विकलांग व्यक्तियों को समाज में बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए तथा मानव अधिकार सभी मानव का अधिकार है. ततपश्चात् जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी-सह-जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा भोजपुर जिले में कुष्ठ रोग से ग्रसित व्यक्तियों के उपचार संबंधित कई मानकों पर चर्चा की तथा इन रोगियों के पुर्नवास के लिए किये गये कार्यों की चर्चा की गयी. इस संबंध में जिले के विभिन्न विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गयी तथा आश्वासन दिया गया कि सभी योजनाओं का लाभ कुष्ठ रोग से ग्रसित व्यक्तियों को मिले. इसके लिए एक अंतर विभागीय शिविर का आयोजन किया जायेगा, जिसमें योजनाओं के लाभार्थियों की पहचान की जायेगी. कुष्ठ रोग की चिकित्सा वर्तमान में त्वरित पहचान तथा जल्दी इलाज से विकलांगता का दर पिछले कुछ वर्षों से शून्य हो गया है. इनके पुर्नवास के लिए दिया जाता है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इन रोग से ग्रसित व्यक्तियों से प्रत्येक माह चिकित्सा शिविर का आयोजन कर उनकी समस्याओं का निवारण किया जाता है. बैठक के अंत में सिविल सर्जन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है