आरा. गड़हनी थाना क्षेत्र के रतनाढ़ गांव में शनिवार की दोपहर विद्युत करंट की चपेट में आने से एक किसान की मौत हो गयी. इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया. घटना को लेकर लोगों के बीच लोगो के बीच अफरा-तफरी का आलम रहा. जानकारी के अनुसार मृतक गड़हनी थाना क्षेत्र के रतनाढ़ गांव निवास स्व रामनाथ सिंह के 53 वर्षीय पुत्र हंसलाल सिंह है. वह पेशे से किसान थे. इधर, मृतक के भतीजे धनजीत कुमार वर्मा ने बताया कि उनके दरवाजे के पास ही बिजली का खम्भा है. शनिवार की दोपहर जब वह का घर के बाहर अपनी मवेशी को बांधने के बाद उन्हें नाद में चारा दे रहे थे. उसी दौरान उनका हाथ उसी बिजली के खम्भे में स्पर्श कर गया. जिसके कारण वह करंट की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गये. उन्हें इलाज के लिए गड़हनी पीएचसी से सदर अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सक ने देख उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया. बताया जाता है कि मृतक अपने दो भाई व दो बहन में छोटे थे. उनके परिवार में पत्नी सूर्यमुखी देवी व तीन पुत्र अरविंद कुमार, प्रवीण कुमार, ज्योति प्रकाश एवं एक पुत्री रबिता कुमारी है. घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है. उसकी पत्नी सूर्यमुखी देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है. करेंट लगने से मेडिकल के छात्र की मौत पीरो. अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के महुअरी गांव में शनिवार की सुबह विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने के कारण रौशन कुमार नामक 22 वर्षीय युवक की मौत हो गयी है. मृतक रौशन कुमार महुअरी गांव निवासी इंद्रकांत पांडेय का इकलौता पुत्र था और हाल ही में उसका जयपुर (राजस्थान) में मेडिकल कालेज में नामांकन हुआ था. रौशन दो कुछ दिनों बाद ही मेडिकल की पढ़ाई करने जयपुर जाने वाला था. बताया जाता है कि शनिवार को रौशन किसी काम से जा रहा था. तभी रास्ते पर लटक रहे विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गया और करंट लगाने से उसकी मौत हो गयी. रौशन की मौत की खबर सुन उसके परिजनों में चीख पुकार मच गयी. परिवार के लोगों का रो- रो कर बुरा हाल हो गया है. इधर ग्रामीणों ने रौशन की मौत के लिए विद्युत कंपनी के अधिकारियों की लापरवाही को जिम्मेवार ठहराते हुए आक्रोश जाहिर किया. ग्रामीणों की माने तो उक्त विद्युत प्रवाहित तार काफी दिनों से नीचे लटक रहा था और ग्रामीणों ने किसी अनहोनी की आशंका जाहिर करते हुए कई बार विद्युत कंपनी के अधिकारियों से उक्त तार को ठीक कराने का अनुरोध किया था, लेकिन अधिकारियों के लापरवाह रवैया के कारण विद्युत प्रवाहित तार को ठीक नहीं कराया गया. जिसके कारण शनिवार को एक घर का इकलौता चिराग असमय बुझ गया.
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