आरा.
समाजवादी चिंतक सह भारत सरकार के पूर्व मंत्री शरद यादव की जयंती प्रो डॉ बीरेंद्र राय की अध्यक्षता में श्रीकृष्ण चेतना समिति सभागार में मनायी गयी. संचालन यादव रामसकल सिंह भोजपुरिया ने किया. समारोह का उद्घाटन राजद के वरिष्ठ नेता नंद किशोर यादव ने उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर किया. अपने संबोधन में नंद किशोर यादव ने कहा कि शरद यादव समाजवाद के प्रखर प्रहरी और राजनीतिक आंदोलन के अग्रदूत थे. उन्होंने कम उम्र में जबलपुर से पहली दफा लोकसभा चुनाव में विजयी हुए थे. इसके बाद उत्तरप्रदेश के बंदायूं फिर बिहार के मधेपुरा से लोकसभा के चुनाव जीते थे. उन्होंने समाजवाद के लिए सड़क से सदन तक आंदोलन किये. जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष हाकिम प्रसाद ने कहा कि शरद यादव ने जब महिला आरक्षण का बिल सदन में लाया गया, तो महिला आरक्षण बिल के वर्तमान स्वरूप को विरोध कर सदन के पटल पर नहीं लाने दिया. उनकी मांग थी कि महिला आरक्षण में अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग की महिला को भी शामिल करने की मांग किये थे. अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रो बीरेंद्र राय ने कहा कि शरद यादव ने पहल कर मंडल आयोग को लागू करवाये थे. समारोह को संबोधित करनेवाले लोगों में अजय यादव, राजेंद्र त्यागी, जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार, सेवानिवृत न्यायाधीश अरुण कुमार, राजेश दुबे, जिला परिषद सदस्य भीम यादव, जीतन यादव, कामेश्वर यादव, विनोद कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है