आरा.
सिन्हा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव में सोमवार की सुबह नल-जल योजना कनेक्शन के विवाद को लेकर एक बुजुर्ग महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. इलाज के लिए अस्पताल लाने के दौरान उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. मृतका के सिर के पीछे बीच में खून बहता जख्म, दाहिने हाथ के केहुनी पर खरोंच का निशान पाया गया है. घटना को लेकर गांव एवं आसपास के इलाके में सनसनी मच गयी है. जानकारी के अनुसार मृतका सिन्हा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव वार्ड नंबर-12 निवासी स्व. देवलखन भगत की 56 वर्षीया पत्नी कांति देवी हैं. इधर, मृतका के बेटे फिदु भगत ने बताया कि नल-जल योजना अंतर्गत उनके घर के पास एक ही पाइप के द्वारा तीन नल का कनेक्शन लगाया गया है. जब भी एक नल खोल जाता है, तो दो नलों का पानी अपने आप बंद हो जाता है. इसके कारण उन्हें काफी परेशानियां होती हैं. रविवार को उसने नया पाइप लगाकर कनेक्शन अलग कर लिया. उसी के कारण उनके पट्टीदार शीतल भगत व भवन भगत की पत्नियों द्वारा सोमवार को गाली-गलौज किया जाने लगा. जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन लोगों ने मिलकर लोहे के राॅड से उसके मां के सिर के पिछले हिस्से पर वार कर दिया, जिससे वह गंभीर जख्मी हो गयीं. इसके बाद सिन्हा थानाध्यक्ष चंद्रशेखर चौहान के सहयोग से उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लगाया गया, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उधर, मृतक के बेटे फिदु भगत के द्वारा उसी गांव के निवासी शीतल भगत की पत्नी तिलोमना देवी, ठाकुर भगत की पत्नी धर्मशीला देवी, स्व. शिव लखन भगत की पत्नी शीला देवी, पूजा देवी, पत्नी सुगंधी देवी सहित सात लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी दर्ज के उपरांत पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है. जबकि सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. बताया जाता है कि मृतका को चार पुत्र फिदु भगत, दसई भगत, दशरथ भगत, ओम प्रकाश भगत व तीन पुत्री सोनामती देवी, करिश्मा देवी एवं जूही कुमारी हैं. मृतका के पति देवलखन भगत की वर्ष 2016 में बीमारी के कारण मौत हो गयी थी. घटना के बाद मृतका के घर में कोहराम मच गया. उसके परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है