पीरो.
हसनबाजार स्थित एक निजी पुस्तकालय में गत महीने एक किशोरी के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी कथित तौर पर हत्या के मामले में पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस अति पिछड़ा प्रकोष्ठ, बिहार कुम्हार (प्रजापति) समन्वय समिति व भारतीय विश्वकर्मा महासभा के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को न्याय सभा का आयोजन किया गया. हसनबाजार में आयोजित इस कार्यक्रम में मौजूद सासाराम के सांसद मनोज कुमार ने उक्त घटना को अन्याय व अत्याचार की पराकाष्ठा करार देते हुए कहा कि जब शासन व प्रशासन ही अत्याचारी हो वहां न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि सूबे में सामाजिक न्याय की ढोल पीटने वाली सरकार लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह विफल है. खासकर इस शासन में बहू-बेटियां पूरी तरह असुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि दुष्कर्म पीड़िता बेटी को न्याय दिलाने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने की जरूरत है. इस लड़ाई में वे पूरी तरह पीड़ित परिवार के साथ खड़े रहेंगे. हम उस बेटी के बलिदान को बेकार नहीं जाने देंगे. मानसून सत्र में इस मामले को प्रमुखता से उठायेंगे. वहीं कांग्रेस अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव शशि भूषण पंडित ने कहा कि पुलिस साक्ष्य को मिटाने की कोशिश ना करे. सीसीटीवी फुटेज को पीड़ित परिवार को सौंपे, ताकि साक्ष्य के तौर पर पीड़ित परिवार के पास रहे. वक्ताओं ने कहा कि डबल इंजन सरकार में बेटियां सुरक्षित नहीं है. इस सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर पीड़ित परिवारों से माफी मांगनी चाहिए. सभा की अध्यक्षता कुमार विंदेश्वर सिंह व संचालन अब्दुल सलाम कुरैशी ने किया. कार्यक्रम में भिखारी शर्मा, राम भगवान विमल, विद्या भूषण शर्मा भारतीय हरेंद्र पंडित, रमाकांत पंडित, दिनेश पंडित, संतोष गुप्ता, पप्पू चौबे, उपेंद्र सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए.पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को लेकर निकाला मार्च बेटी की दुष्कर्म के हत्या की पीड़ा झेल रहे परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ, बिहार कुम्हार (प्रजापति) समन्वय समिति समेत अन्य संगठनों की ओर से रविवार को संयुक्त रूप से हसनबाजार में मार्च निकाला गया. दुष्कर्म पीड़ित मृत युवती के चित्र के साथ हाथों में तख्तियां लिए संगठनों के नेता और कार्यकर्ता के साथ दर्जनों की संख्या में लोग इस मार्च में शामिल हुए. मार्च में शामिल लोगों ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग प्रशासन और सरकार से किया.
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