आरा. जिले के पीरो थाना क्षेत्र के भागलपुर गांव में दो दिन से लापता एक मासूम बच्ची की हत्या कर फेंका गया शव बरामद हुआ है. उसका शव पीरो के एक मुहल्ला स्थित गोबर भरे गड्ढे से शनिवार की दोपहर बरामद किया गया. मृत बच्ची के चेहरे पर खून का निशान एवं शरीर के निचले भाग पर खून का धब्बा पाया गया. जिसके कारण परिजन द्वारा दुष्कर्म के बाद हत्या कर उसके शव को फेंके जाने की आशंका जतायी जा रही है. जानकारी के अनुसार मृत बच्ची पीरो थाना क्षेत्र के पीरो स्थित एक मुहल्ला निवासी चार वर्षीय पुत्री रोही खातून (काल्पनिक नाम) है. घटना को लेकर गांव एवं आसपास के इलाके में सनसनी मच गयी. सूचना मिलते ही पीरो एसडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह एवं पीरो थानाध्यक्ष सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुड़ गये हैं. वहीं पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई कर नाबालिग आरोपित और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार दोनों आरोपित उसी गांव के निवासी मुलगी हाशमी एवं उनका नाबालिग पुत्र है. इधर, मृत बच्ची के चाचा ने बताया कि गुरुवार की शाम मोहर्रम के त्योहार को लेकर जब उनकी गली से डंका बजाने वाला गुजर रहा था. उसी के पीछे उनकी भतीजी चली गयी. वहां पर आरोपित नाबालिग भी उनके घर के सामने बैठा हुआ था. उसे देख उन्होंने उसे डांटा भी था. लेकिन वह वहां से भागा नहीं. आरोपित नाबालिग जब उसे लेकर भाग रहा था, तो उनके छोटे भतीजे ने उसे देख लिया और कहा कि तुम इसे कहां ले जा रहे हो. तब उसने कहा था कि मैं इसे घर पहुंचाने जा रहा हूं. इसके बाद उसकी हत्या कर शव मोहल्ला स्थित एक घर के पीछे गोबर भरे गड्ढे में गाड़ दिया. उन्होंने बताया कि रात में जब बच्ची घर वापस नहीं लौटी, तो उन्होंने काफी खोजबीन की. लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था, जिसके बाद परिजन द्वारा पीरो थाना में शुक्रवार को उसके लापता हो जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इसके बाद पीरो एसडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह एवं पीरो थानाध्यक्ष सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ रात भर बच्ची की खोजबीन की. लेकिन बच्ची नहीं मिल पायी. इसके बाद सुबह में दोबारा बच्ची की खोजबीन शुरू की गयी. इसी बीच जब मोहल्ले का एक लड़का उसी गोबर भरे गड्ढे में गया, तो उसने बच्ची का पैर बाहर निकला देखा. जिसके बाद उसने इसकी सूचना आसपास के लोगों को दी. जिसके बाद सभी लोग वहां पहुंचे और उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी. सूचना पाकर स्थानीय थाना वहां पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया. वहीं दूसरी तरफ मृत बच्ची के चाचा ने आरोपित नाबालिग बच्चे एवं उसके परिवार से किसी भी प्रकार के विवाद में दुश्मनी की बातों से साफ इंकार किया है. उन्होंने बताया कि आरोपित नाबालिग सुलेशन एवं अन्य नशीले पदार्थ का नशा करता है. जिसके कारण उसने उनकी मासूम भतीजी की हत्या कर उसके शव को मोहल्ला स्थित गोबर भरे गड्ढे में गाड़ दिया था. उन्होंने बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जतायी है. इधर, पुलिस द्वारा बनाये गये मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या किया जाना प्रतीत होता है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पायेगा.
चार सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने किया शव का पोस्टमार्टम : उधर, सिविल सर्जन डॉ शिवेंद्र कुमार सिन्हा के निर्देश पर चार सदस्यीय डॉक्टर के टीम का बोर्ड गठन कर शव का पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम के दौरान बच्ची का वेजाईनल स्वाब भी लिया गया. चार सदस्यीय डॉक्टरों की टीम में ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ अशोक कुमार, डॉ आनंद कुमार, डॉ कुमार नीतीश एवं महिला डॉ. शाजिया कौसर शामिल थी.
मृतका के घर में मचा कोहराम
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