आरा/बिहिया.
बिहिया थाना क्षेत्र के खाखोबांध गांव में गुरुवार की सुबह बिजली के करेंट की चपेट में आने से चचेरे भाई-बहन की मौत हो गयी. इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान दोनों ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. उन्हें बचाने के क्रम में गांव के ही दो युवक घायल हो गये. इसमें एक का इलाज बिहिया पीएचसी में कराया जा रहा है. घटना को लेकर लोगों के बीच काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही. जानकारी के अनुसार मृतकों में बिहिया थाना क्षेत्र के खाखोबांध गांव निवासी नंदन यादव की 16 वर्षीया पुत्री कविता कुमारी एवं उसी गांव निवासी केदार सिंह का 20 वर्षीय पुत्र पप्पू कुमार शामिल हैं. दोनों रिश्ते में चचेरे भाई-बहन हैं. दोनों इंटर के विद्यार्थी थे. जबकि घायलों में बिहिया थाना क्षेत्र के खाखोबांध गांव निवासी राज कुमार यादव का 25 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार एवं स्व.लाल बहादुर यादव का 20 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार शामिल हैं. इधर, मृतक के भाई गुड्डू कुमार ने बताया कि खेत में बोरिंग लाइट कनेक्शन का तार टूट कर गिर पड़ा था. गुरुवार की सुबह जब उसकी चचेरी बहन कविता कुमारी शौच करने गयी, तो वह उसी विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गयी और अधमरा अवस्था में खेत पड़ी हुई थी.जब उसका भाई पप्पू कुमार खेत की ओर गया, तो उसने उसे वहां पड़ा देखा तो वह उसे उठाने गया, तभी वह भी करंट की चपेट में आ गया. जब उसके भाई पप्पू कुमार को बचाने के लिए गांव के ही दीपक कुमार और संतोष कुमार गये, तो वह भी करेंट की चपेट में आ गये और घायल हो गये. इसके बाद परिजन द्वारा पप्पू कुमार एवं कविता कुमारी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. वहीं, घायलों में संतोष कुमार का इलाज पीएचसी में कराया जा रहा है. टाउन थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया.
पत्नी के हाथों की मेहंदी छूटने से पहले उजड़ा सुहाग, इसी वर्ष पांच मई को हुई थी पप्पू की शादीबिहिया थाना क्षेत्र के खाखोबांध गांव निवासी चचेरे भाई-बहन की मौत के बाद उनके घर में कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बताया जाता है कि मृतक पप्पू कुमार अपने छह बहनों व दो भाइयों में पांचवें स्थान पर था. उसकी शादी इसी माह पांच मई को बक्सर जिले के सोनवर्षा थाना क्षेत्र के नेवारी गांव निवासी उमेश यादव की बेटी गुड़िया कुमारी से हुई थी. अभी उसकी पत्नी के हाथों की मेहंदी का रंग छूटा भी नहीं था कि उसके मांग का सिंदूर ही उजड़ गया. वहीं, उसकी मौत की खबर मिलते ही घर के खुशियों का माहौल मातम में बदल गया. मृतक के परिवार में मां मराछो देवी, पत्नी गुड़िया देवी, छह बहन उषा देवी, मुनि देवी, झुनी देवी, चिंता देवी, फूलन देवी, नेहा कुमारी एवं एक भाई गुड्डू कुमार हैं. वहीं, मृतका कविता कुमारी अपने मां-बाप की इकलौती संतान थी. उसके परिवार में उसकी मां मोती देवी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है