आरा.
आयर थाना क्षेत्र के भेड़री गांव निवासी किसान श्रीभगवान सिंह की हत्या में शामिल मुख्य आरोपित सहित चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हत्या में इस्तेमाल कट्टा के अलावे चार गोलियां भी बरामद की गयी हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों में हत्या के मुख्य आरोपित भेड़री गांव निवासी लल्लू सिंह के अलावे प्रिंस कुमार और उसी थाना क्षेत्र के श्रीनगर गांव निवासी अशोक कुमार व संजीत कुमार उर्फ गोविंद शामिल हैं. इनमें अशोक कुमार, प्रिंस कुमार और संजीत कुमार उर्फ गोविंद पर हथियार छुपाने का आरोप है. मुख्य आरोपित लल्लू सिंह की निशानदेही पर तीनों को श्रीनगर गांव से पकड़ा गया है. उनके पास से हथियार और गोलियां भी बरामद की गयी हैं. एसपी मिस्टर राज की ओर से सोमवार को प्रेस बयान जारी कर चारों की गिरफ्तारी एवं हथियार बरामदगी की जानकारी दी गयी. इधर, जगदीशपुर एसडीपीओ राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि गुरुवार की रात जमीन विवाद में भेड़री गांव में श्रीभगवान सिंह और उनके भाई ददन सिंह को गोली मार दी गयी थी. उसमें श्रीभगवान सिंह की मौत हो गयी थी. उस मामले में लल्लू सिंह सहित नौ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. घटना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि मुख्य आरोपित लल्लू सिंह सहित अन्य फरार चल रहे थे. एसपी के निर्देश पर उनकी गिरफ्तारी को थानाध्यक्ष सुधीर कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की जा रही थी. उसी क्रम में रविवार की रात मुख्य आरोपित लल्लू सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने बताया कि हत्या के बाद हथियार श्रीनगर गांव के कुछ लोगों के पास रख दिया था. उसकी निशानदेही पर श्रीनगर गांव स्थित एक पॉल्ट्री फॉर्म से हत्या में इस्तेमाल कट्टा और चार गोलियां बरामद की गयीं. मौके से हथियार छुपाने के आरोप में अशोक कुमार, प्रिंस कुमार और संजीत कुमार और गोविंद को गिरफ्तार किया गया है. एसडीपीओ ने बताया कि हथियार छुपाने के आरोप में गिरफ्तार तीनों को हत्याकांड में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है. उसके अलावा आर्म्स एक्ट के तहत भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.पटवन करने के दौरान किसान बंधुओं को मारी गयी थी गोली, पिता की भी की गयी थी पिटाई भेड़री गांव में गुरुवार की शाम किसान श्री भगवान सिंह और उनके भाई ददन सिंह को गोली मारी गयी थी. उसमें श्रीभगवान सिंह की मौत हो गयी थी, जबकि उनके भाई जख्मी हो गये थे. उस मामले में श्रीभगवान सिंह के पुत्र रामबाबू सिंह के बयान पर अपने गोतिया लल्लू सिंह, उनके भाई और पत्नी सहित नौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. उसमें रामबाबू सिंह की ओर से कहा गया था कि गुरुवार को वह अपने पिता के खेत की पटवन कर रहा था, तभी लल्लू सिंह पहुंचे और उसे गाली देने लगे. मना करने पर जान मारने की नीयत से उस पर देसी कट्टा से फायर कर दिया, लेकिन वह बच गया. उसके बाद लल्लू सिंह द्वारा उसके पिता को गोली मार दी गयी. छाती में गोली लगने से उसके पिता जमीन पर गिर पड़े. उसके चाचा ददन सिंह बीच-बीच करने पहुंचे, लल्लू सिंह के भाई छठू सिंह द्वारा उन्हें पकड़ लिया और संतोष सिंह द्वारा उन्हें भी गोली मार दी गयी. उसके बाद हदियाबाद गांव निवासी छोटू और अंकित के ललकारने पर लल्लू सिंह की मां मीना देवी, पत्नी रविता देवी और संतोष सिंह की पत्नी पूनम देवी द्वारा लाठी-डंडों से उसके बाबा हरि किशोर सिंह की पिटाई कर दी गयी. बाद में सभी को अस्पताल ले जाया गया. वहां डाक्टरों द्वारा उसे उसके पिता को मृत घोषित कर दिया गया. उसके चाचा का इलाज अभी चल रहा है.
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