जगदीशपुर.
उद्घाटन के कई वर्षों बाद भी करोड़ों की लागत से छेर नदी पर बना पुल आज तक संपर्क पथ से नहीं जुड़ सका, जिसके चलते आवागमन बहाल नहीं हो सका. जगदीशपुर प्रखंड क्षेत्र के उत्तदाहा छेर नदी पर 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरसीसी उच्च स्तरीय पुल का शिलान्यास किया था. इसके बाद पुल तो शीध्र ही बन कर तैयार हो गया और बिना संपर्क पथ से जुड़े पुल का उद्घाटन भी कर दिया गया, परंतु आज तक यह पुल संपर्क पथ से नहीं जुड़ सका, जिसके कारण इस पर परिचालन शुरू नहीं हो सका. सामाजिक कार्यकर्ता सह अधिवक्ता विनोद वर्मा ने कहा कि प्रशासन की अनदेखी के कारण पुल लावारिस हालत में है. यह पुल क्षेत्र के लोगों के लिए संपर्क पथ के अभाव में शोभा की वस्तु बनकर रह गया है. वर्मा ने कहा कि उत्तदाहां हेतमपुर छेर नदी पर लगभग तीन करोड़ की लागत से बना मुख्यमंत्री आरसीसी उच्च स्तरीय पुल 14 वर्षो से सरकार के अनदेखी का शिकार बना हुआ है. उक्त पुल को संपर्क पथ से जोड़ने के लिए 2013 में पटना के कारगिल चौक, गांधी मैदान के समीप धरना भी दिया गया था, लेकिन आज तक इस पर सुध नहीं ली गयी. बता दें कि उद्घाटन जून 2011 को कर दिया गया था, परंतु पुल संपर्क पथ से नहीं जुड़ने की वजह से इस क्षेत्र के आम आदमी व किसानों की समस्या जस के तस बनी रही. उतरदाहां गांव प्रमुख सब्जी उत्पादक गांव है. यहां की सब्जी भोजपुर, पटना के अलावे कई जगहों पर भेजी जाती है. अगर पुल संपर्क पथ से जुड़ जाये तो सब्जी उत्पादक किसानों को ताजी साग सब्जी शीध्र से बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी. वहीं इस पुल पर आवागमन शुरू होने से किसानों को समय वो सब्जी ढुलाई में भी कम लागत आयेगी. बताया जाता है कि यह पुल अगर संपर्क पथ से जुड़ जाता है, तो बक्सर व भोजपुर जिला को सीधे जोड़ने वाला पुल होगा, जिससे दोनों जिलाें के दर्जनों गांवों के लोग लाभान्वित होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है