आरा.
महिला संवाद के माध्यम से महिलाओं को अपनी बातें सरकार तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम मिल गया है. यही कारण है कि महिला संवाद कार्यक्रमों में महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और अपनी बातों को खुलकर सामने रख रही हैं. जिले में संवाद कार्यक्रम के 25वें दिन आज 24 ग्राम संगठनों में महिला संवाद का आयोजन किया गया, जिसमें स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 2829 सदस्यों तथा 463 अन्य महिलाओं ने भाग लिया. इसके अतिरिक्त 212 पुरुष भी संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए. अब तक 612 ग्राम संगठनों में आयोजित हो चुके महिला संवाद कार्यक्रमों में कुल एक लाख 2 हजार से अधिक महिलाएं भाग ले चुकी हैं. संवाद कार्यक्रमों के दौरान महिलाओं द्वारा विभिन्न विषयों एवं विभागों से संबंधित आकांक्षाएं भी सामने आयी हैं. अगिआंव प्रखंड की डिलिया पंचायत के अकोढ़ा गांव की महिलाओं ने सभी बिजली पोल पर कवर वाले तार लगवाने की मांग की है, जिससे आये दिन होनेवाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके. वहीं, बिहिया प्रखंड की चकवथ पंचायत के बगही गांव की महिलाओं ने प्रौढ़ शिक्षा की व्यवस्था की मांग की है. इसी प्रकार चरपोखरी प्रखंड की ठाकुरी पंचायत की महिलाओं ने मैट्रिक पास छात्र-छात्राओं के लिए तकनीकी कौशल प्रशिक्षण केंद्र की मांग रखी है. वहीं, जगदीशपुर प्रखंड की शिवपुर पंचायत के डिहरी गांव की महिलाओं ने महिला हाट और महिला बैंक की आवश्यकता को अपनी प्रमुख आकांक्षाओं में शामिल किया है. महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाये गये कदमों के बारे में बताते हुए महिलाओं ने कहा, “बिहार सरकार की दूरगामी सोच की वजह से राज्य की महिलाएं काफी आगे बढ़ी हैं. महिलाएं आज सभी क्षेत्रों में अपना कदम बढ़ाते हुए सफलता प्राप्त कर रही हैं. उन्होंने कहा कि महिलाएं अब सरकारी नौकरियों से लेकर उद्यमिता और सामाजिक कार्यों तक में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और यह सब सरकार के निरंतर प्रयासों से संभव हो पाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है